गोवा मुक्ति दिवस पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने सेनानियों को किया नमन, जनता को दी शुभकामनाएं
नई दिल्ली। गोवा मुक्ति दिवस के अवसर पर शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराने वाले वीर सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और गोवा की जनता को शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि गोवा मुक्ति दिवस पर राष्ट्र उन वीरों को कृतज्ञता के साथ स्मरण करता है, जिन्होंने औपनिवेशिक शासन के खिलाफ निरंतर संघर्ष किया। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों और सशस्त्र बलों के अदम्य साहस, संकल्प और समर्पण को नमन करते हुए गोवा के लोगों के उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की कामना की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि गोवा मुक्ति दिवस देश की राष्ट्रीय यात्रा का एक निर्णायक अध्याय है। उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ खड़े होकर स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वालों का साहस आज भी देशवासियों को प्रेरित करता है और गोवा के सर्वांगीण विकास के प्रयासों को दिशा देता है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गोवा की जनता को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 1961 तक भारतीयों को गोवा जाने के लिए अनुमति लेनी पड़ती थी। उन्होंने प्रभाकर वैद्य, बाला राय मापारी, नानाजी देशमुख और जगन्नाथ राव जोशी जैसे महान सेनानियों को याद करते हुए कहा कि इन्हीं देशभक्तों के संघर्ष और बलिदान के कारण गोवा भारत का अभिन्न अंग बन सका।
गोवा मुक्ति दिवस का ऐतिहासिक महत्व
उल्लेखनीय है कि गोवा मुक्ति दिवस हर वर्ष 19 दिसंबर को मनाया जाता है। इसी दिन वर्ष 1961 में गोवा, दमन और दीव को पुर्तगाली औपनिवेशिक शासन से मुक्ति मिली थी। इस दिन को गोवा के इतिहास में स्वतंत्रता और स्वाभिमान के प्रतीक के रूप में याद किया जाता है।




