🚨 सिरसा में नशे के खिलाफ बड़ा फैसला
सिरसा प्रशासन ने नशे पर रोक लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है।
अब जिले के सभी मेडिकल स्टोर संचालकों की पुलिस वेरिफिकेशन कराई जाएगी।
🗣️ एडीसी ने दिए सख्त निर्देश
अतिरिक्त उपायुक्त वीरेंद्र सहरावत ने यह जानकारी दी।
वे नारकोटिक्स कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
💊 अवैध दवाओं पर जीरो टॉलरेंस
एडीसी ने कहा कि नशीली दवाओं की अवैध बिक्री बर्दाश्त नहीं होगी।
दोषी पाए जाने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
🏥 मेडिकल प्रैक्टिशनर भी निगरानी में
नशे से जुड़े मेडिकल प्रैक्टिशनरों पर भी निगरानी बढ़ेगी।
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग संयुक्त कार्रवाई करेंगे।
🏘️ गांव स्तर पर बनेगी मजबूत निगरानी
गांवों में निगरानी कमेटियां बनाई जा रही हैं।
इनसे मिली सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
🤝 पंचायत और समाज की भूमिका
सरपंचों और सामाजिक संगठनों से भी जानकारी ली जाएगी।
सामूहिक प्रयास से नशा मुक्त समाज का लक्ष्य रखा गया है।
👦 ड्रॉप-आउट बच्चों पर भी नजर
डिप्टी सीएमओ डॉ. पंकज शर्मा ने चिंता जताई।
स्कूल छोड़ चुके बच्चों की निगरानी जरूरी बताई गई।
🏫 शिक्षा-स्वास्थ्य समन्वय
शिक्षा विभाग ड्रॉप-आउट बच्चों की सूची देगा।
स्वास्थ्य विभाग काउंसलिंग और मार्गदर्शन करेगा।
🚓 स्कूल-कॉलेज भी अभियान में शामिल
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि शिक्षक नशे के लक्षण पहचान सकते हैं।
स्कूल प्रिंसिपल और संचालकों के साथ जल्द बैठक होगी।
📌 बैठक में अधिकारी मौजूद
बैठक में राजेंद्र सिंह,
मोहित कुमार,
संजीव कुमार सहित कई अधिकारी शामिल रहे।
⚠️ प्रशासन का स्पष्ट संदेश
मेडिकल स्टोर पुलिस वेरिफिकेशन से नशे पर सख्ती बढ़ेगी।
सिरसा को नशा-मुक्त बनाने की दिशा में यह अहम कदम है।




