📊 आर्थिक आंकड़ों की नई सीरीज होगी लागू
केंद्र सरकार अगले साल आर्थिक आंकड़ों में बड़ा बदलाव करने जा रही है।
खुदरा महंगाई, जीडीपी और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े नए आधार वर्ष पर आएंगे।
📅 फरवरी और मई से होगा बदलाव
सरकार फरवरी से महंगाई और जीडीपी की नई सीरीज जारी करेगी।
वहीं, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक मई से नए आधार पर आएगा।
🏛️ मंत्रालय ने दी जानकारी
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने यह जानकारी साझा की।
इस बदलाव की जानकारी उपयोगकर्ताओं को भी दी जाएगी।
🧮 आधार वर्ष में होगा संशोधन
खुदरा महंगाई यानी सीपीआई का नया आधार वर्ष 2024 तय किया गया है।
यह नई सीरीज 12 फरवरी को जारी होगी।
📈 जीडीपी आंकड़ों में भी बदलाव
जीडीपी और राष्ट्रीय लेखा के आंकड़े 2022-23 आधार वर्ष पर आएंगे।
इन आंकड़ों को 27 फरवरी को जारी किया जाएगा।
🏭 आईआईपी की नई तस्वीर
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का आधार वर्ष भी 2022-23 होगा।
आईआईपी की नई सीरीज 28 मई को जारी की जाएगी।
🗣️ परामर्श कार्यशाला का आयोजन
आधार वर्ष बदलाव को लेकर 23 दिसंबर को नई दिल्ली में कार्यशाला होगी।
इससे पहले 26 नवंबर को मुंबई में बैठक हो चुकी है।
👥 विशेषज्ञों की भागीदारी
कार्यशाला में अर्थशास्त्री और बैंकिंग विशेषज्ञ शामिल होंगे।
केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
🌐 नीति निर्धारकों की मौजूदगी
नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन के. बेरी मुख्य अतिथि होंगे।
मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन भी शामिल रहेंगे।
🎯 बदलाव का उद्देश्य
मंत्रालय के अनुसार इसका उद्देश्य पद्धतिगत बदलाव साझा करना है।
इससे उपयोगकर्ताओं को नए आंकड़ों को समझने में मदद मिलेगी।
📌 अर्थव्यवस्था की बेहतर तस्वीर
आर्थिक आंकड़ों की नई सीरीज से वास्तविक स्थिति स्पष्ट होगी।
नीति निर्माण और विश्लेषण अधिक सटीक हो सकेगा।




