🏛️ विधानसभा में मनरेगा पर तीखी बहस
हरियाणा विधानसभा में मनरेगा रोजगार संकट का मुद्दा जोर-शोर से उठा।
कांग्रेस विधायक ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए।
🗣️ सुरजेवाला का सरकार पर सीधा हमला
कैथल से विधायक आदित्य सुरजेवाला ने प्रश्नकाल में बात रखी।
उन्होंने कहा कि गरीबों का रोजगार छीना जा रहा है।
👷♂️ एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग प्रभावित
सुरजेवाला ने कहा कि मेहनतकश वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित है।
सरकारी नीतियां रोजगार के अवसर घटा रही हैं।
📜 मनरेगा का मूल उद्देश्य भुलाया गया
उन्होंने कहा कि मनरेगा रोजगार का अधिकार था।
यूपीए सरकार ने इसे गरीबों के लिए शुरू किया था।
📉 आंकड़ों से उजागर की हकीकत
विधायक ने बताया कि आठ लाख मजदूर पंजीकृत हैं।
लेकिन सिर्फ दो हजार परिवारों को सौ दिन का काम मिला।
🏗️ पंचायतों के अधिकार छीने गए
सुरजेवाला ने इसे टॉप-डाउन मॉडल बताया।
उन्होंने पंचायतों की भूमिका कमजोर होने का आरोप लगाया।
🧹 सफाई कर्मचारियों का मुद्दा भी उठाया
उन्होंने कैथल की सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाए।
कहा कि कर्मचारी दो महीने से धरने पर बैठे हैं।
❌ ठेका प्रथा पर सवाल
विधायक ने ठेका प्रथा खत्म करने की मांग रखी।
160 हटाए गए कर्मचारियों को वापस लेने की मांग की।
📝 स्थायी भर्ती की जरूरत
उन्होंने कहा कि 11 वर्षों में एक भी पक्का कर्मचारी नहीं लगा।
सरकार को तुरंत स्थायी भर्ती करनी चाहिए।
⚠️ गरीबों के अधिकारों का सवाल
मनरेगा रोजगार संकट केवल योजना का मुद्दा नहीं है।
यह गरीबों के अधिकार और सम्मान से जुड़ा सवाल है।




