🔍 महोबा जेल निरीक्षण से खुली व्यवस्थाओं की सच्चाई
महोबा जेल निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी गजल भारद्वाज और पुलिस अधीक्षक प्रबल प्रताप सिंह ने उपकारागार का दौरा किया। उन्होंने बैरकों, रसोई, अस्पताल और महिला बंदियों के वार्ड की गहन समीक्षा की।
🏥 स्वास्थ्य और भोजन पर विशेष नजर
महोबा जेल निरीक्षण में डीएम ने बंदियों को मिलने वाले भोजन और इलाज की गुणवत्ता पर सवाल उठाए। उन्होंने अधिकारियों को नियमित निगरानी और सुधार के स्पष्ट निर्देश दिए।
🚫 प्रतिबंधित वस्तुओं पर सख्ती
निरीक्षण के दौरान डीएम ने जेल प्रशासन को चेताया कि किसी भी तरह की प्रतिबंधित सामग्री अंदर न जाए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
🧠 कारागार नहीं, सुधार गृह है जेल
महोबा जेल निरीक्षण में गजल भारद्वाज ने कहा कि जेल केवल सजा का स्थान नहीं है। उन्होंने बताया कि यह एक सुधार ग्रह है, जहां बंदियों को बेहतर इंसान बनने का अवसर मिलना चाहिए।
📚 सकारात्मक गतिविधियों पर जोर
डीएम ने कहा कि जेल में परामर्श, योग और शिक्षा जैसे कार्यक्रम जरूरी हैं। इससे बंदी मानसिक रूप से मजबूत बनते हैं और समाज में लौटने के लिए तैयार होते हैं।
👮 अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
इस निरीक्षण में जेलर पी के मिश्रा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। सभी को निर्देश दिए गए कि वे सुधार और अनुशासन दोनों को प्राथमिकता दें।




