🎄 आगरा में क्रिसमस की भव्य तैयारियाँ पूरी
उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में आज रात 12 बजे प्रभु यीशु मसीह के जन्म के साथ ही क्रिसमस का पर्व उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। शहर के ऐतिहासिक गिरजाघरों को सतरंगी रोशनी, फूलों और सजावटी झांकियों से सजाया गया है। एक दिसंबर से चल रही कैरोल सिंगिंग ने पूरे शहर को आध्यात्मिक और संगीतमय माहौल से भर दिया है।
🔔 सेंट पीटर्स (अकबरी चर्च) बनेगा उत्सव का केंद्र
मुख्य जन्मोत्सव कार्यक्रम आगरा के प्रसिद्ध सेंट पीटर्स चर्च (अकबरी चर्च) में होगा। रात 12 बजे जैसे ही चर्च की विशाल घंटी बजेगी, प्रभु यीशु के जन्म की घोषणा के साथ विशेष प्रार्थना सभाएं शुरू होंगी। चर्च परिसर में 15 फीट ऊंचा क्रिसमस ट्री, सांता क्लॉज और प्रभु यीशु की जन्मस्थली की झांकियां श्रद्धालुओं को आकर्षित करेंगी।
इस वर्ष चर्च के बाहर 10×20 फीट आकार की विशाल बाइबल को क्रिसमस थीम बनाया गया है, जो प्रेम, करुणा और भाईचारे का संदेश देती है।
🙏 दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना
सेंट पीटर्स चर्च के फादर राजन दास और फादर आशीष के अनुसार इस वर्ष करीब दो लाख श्रद्धालुओं के आगमन की उम्मीद है। सुरक्षा, व्यवस्थाओं और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
🏛️ ताजमहल से भी पुराना है अकबरी चर्च
सेंट पीटर्स चर्च का निर्माण मुगल बादशाह अकबर ने 1599 में कराया था। यह उत्तर भारत का पहला ईसाई चर्च माना जाता है और ताजमहल से भी पुराना है। इसे ‘मदर मैरी का महागिरजा घर’ भी कहा जाता है।
⛪ आगरा के अन्य प्रमुख चर्च भी जगमगाए
- सेंट मैरी चर्च (प्रतापपुरा) – माता मरियम को समर्पित
- सेंट्रल मेथाडिस्ट चर्च (1888)
- सेंट पॉल्स चर्च (टीन का गिरजा)
- सेंट जॉर्जेस चर्च, सदर बाजार
- हैवलाक चर्च और सेंट जॉन्स चर्च
सभी चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाएं, कैरोल सिंगिंग और रोशनी की भव्य सजावट की गई है।




