हिमाचल प्रदेश में आयोजित कांगड़ा वैली कार्निवल को लेकर एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व उद्योग मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बिक्रम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर व्यापारियों से जबरन वसूली और वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कांगड़ा के उपायुक्त से पूरे मामले पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है।
💰 कार्निवल के नाम पर उगाही का आरोप
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि पहले व्यापारियों से “आर्थिक सहयोग” के नाम पर धन वसूला गया, फिर जनदबाव बढ़ने पर उसे रोकने की अधिसूचना जारी कर दी गई।
लेकिन असली सवाल यह है कि —
👉 अब तक कितनी राशि एकत्र हुई?
👉 वह पैसा किस खाते में जमा किया गया?
👉 और कहां-कहां खर्च किया गया?
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इन सवालों से बच नहीं सकती।
📄 सरकारी पत्र से खुली पोल
भाजपा नेता ने कहा कि कांगड़ा के जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक का पत्र वायरल होना यह साबित करता है कि यह वसूली सरकार की जानकारी में हो रही थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह स्वैच्छिक चंदा नहीं बल्कि प्रशासनिक दबाव में की गई वसूली थी।
🎤 इवेंट मैनेजमेंट में भी घोटाले के आरोप
बिक्रम ठाकुर ने दावा किया कि —
- कलाकारों को कम भुगतान,
- बिलों में अधिक रकम दिखाकर
कमीशनखोरी की जा रही है। - दुकानों और झूलों को भी मनमाने किराये पर दिया गया।
उन्होंने इसे प्रदेश की संपत्ति की खुली लूट बताया।
⚖️ भाजपा की चेतावनी
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस सरकार एक तरफ आर्थिक संकट का रोना रोती है, दूसरी तरफ अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसे आयोजन करा रही है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द
✔ उगाही का हिसाब नहीं दिया गया
✔ दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई
तो भाजपा सड़कों से सदन तक आंदोलन करेगी।




