नई दिल्ली में वीर बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने देश के 20 असाधारण प्रतिभाशाली बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किया। इन सम्मानित बच्चों में उभरते क्रिकेट सितारे वैभव सूर्यवंशी भी शामिल हैं, जिन्होंने खेल के क्षेत्र में अपनी अद्भुत प्रतिभा से देश का नाम रोशन किया है।
यह पुरस्कार 5 से 18 वर्ष की आयु के उन बच्चों को दिया जाता है, जिन्होंने साहस, खेल, पर्यावरण संरक्षण, विज्ञान एवं नवाचार, समाज सेवा, कला और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
🇮🇳 राष्ट्रपति का प्रेरक संदेश
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि ये बच्चे केवल अपने परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे देश का गौरव हैं। उन्होंने कहा —
“आज का भारत अपने बच्चों की प्रतिभा, संवेदनशीलता और साहस के बल पर आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने बताया कि 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान की स्मृति में है।
🛡️ साहस और सेवा की मिसाल
राष्ट्रपति ने उन बच्चों की विशेष सराहना की जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की जान बचाई। उन्होंने
- अजय राज
- मोहम्मद सिदान पी
जैसे बच्चों को वीरता का प्रतीक बताया।
उन्होंने व्योमा प्रिया (9 वर्ष) और कमलेश कुमार (11 वर्ष) को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने दूसरों की जान बचाते हुए अपने प्राण गंवा दिए।
👶 सबसे कम उम्र की विजेता
इस वर्ष सम्मानित बच्चों में सबसे कम उम्र की वाका लक्ष्मी प्राज्ञिका (7 वर्ष) हैं, जो यह दर्शाता है कि प्रतिभा की कोई उम्र नहीं होती।
🪖 ऑपरेशन सिंदूर के नायक
राष्ट्रपति ने 10 वर्षीय शवण सिंह की भी सराहना की, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमा पर तैनात सैनिकों तक दूध, पानी और लस्सी पहुंचाई थी।
🎖️ कार्यक्रम में मौजूद रहे
इस गरिमामय समारोह में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी और राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।



