🚨 डॉक्टरों की हड़ताल के बीच सरकार का कड़ा रुख
हिमाचल प्रदेश में रेजिडेंट डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज से शुरू होने के बीच राज्य सरकार ने मरीजों की सुरक्षा और इलाज को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सख्त कदम उठाए हैं। चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशालय (DMER) ने सभी मेडिकल कॉलेजों और उनसे जुड़े अस्पतालों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है।
🏥 आपात सेवाएं रहेंगी 24×7 चालू
सरकार ने साफ किया है कि हड़ताल के दौरान भी
- इमरजेंसी सेवाएं 24 घंटे जारी रहेंगी
- ओपीडी और इनडोर सेवाएं नियमित चलेंगी
- रोजाना वार्ड राउंड अनिवार्य होंगे
इमरजेंसी में जूनियर रेजिडेंट, सीनियर रेजिडेंट और फैकल्टी हर समय उपलब्ध रहेंगे।
🔬 जांच और सर्जरी पर क्या होगा असर?
- सभी आपातकालीन सर्जरी तय प्रोटोकॉल के तहत होंगी
- नियमित वैकल्पिक ऑपरेशन अस्थायी रूप से बंद रहेंगे
- एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआई, लैब जांच इमरजेंसी और भर्ती मरीजों के लिए प्राथमिकता पर जारी रहेंगी
👨⚕️ प्राचार्यों और एचओडी पर जिम्मेदारी
हर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और विभागाध्यक्षों को सेवाओं की निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।
- रोज शाम सेवा समीक्षा बैठक
- DMER को दैनिक रिपोर्ट भेजनी होगी
- जरूरत पड़ने पर फैकल्टी की छुट्टियां भी रद्द की जा सकती हैं
⚖️ नियम तोड़ने पर कार्रवाई
सरकार ने चेतावनी दी है कि एसओपी का उल्लंघन करने या सेवाएं बाधित करने पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
🧩 हड़ताल क्यों हो रही है?
आईजीएमसी शिमला में सीनियर रेजिडेंट डॉ. राघव नरूला की बर्खास्तगी के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर आज सुबह 9:30 बजे से हड़ताल पर गए हैं।




