🔍 टीएमसी सांसद के परिवार को मिला चुनाव आयोग का नोटिस
पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची की विशेष गहन समीक्षा (SIR) के तहत तृणमूल कांग्रेस की सांसद काकोली घोष दस्तीदार के परिवार के चार सदस्यों को सुनवाई के लिए नोटिस जारी किया गया है। इनमें उनकी 90 वर्षीय मां इरा मित्र, उनकी बहन और उनके दोनों बेटे शामिल हैं।
📑 क्यों भेजा गया नोटिस?
चुनाव आयोग के अनुसार, यह नोटिस उन मतदाताओं को भेजा गया है जिनके नाम ‘नो मैपिंग सूची’ में शामिल हैं। इसका मतलब है कि वे 2002 की मतदाता सूची से अपने संबंध को एन्यूमरेशन फॉर्म में प्रमाणित नहीं कर पाए। इसी कारण उनके दस्तावेजों की जांच के लिए उन्हें व्यक्तिगत रूप से बुलाया जा रहा है।
🏠 परिवार के सदस्य अलग-अलग क्षेत्रों के मतदाता
काकोली की मां और बहन उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम की मतदाता हैं, जबकि उनके दोनों बेटे — विश्वनाथ और वैद्यनाथ — कोलकाता में मतदाता हैं और पेशे से डॉक्टर हैं।
⚖️ काकोली घोष दस्तीदार ने उठाए सवाल
सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने चुनाव आयोग की इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह अनावश्यक उत्पीड़न है। उन्होंने कहा कि अगर एक निर्वाचित सांसद के परिवार को इस तरह नोटिस भेजा जा रहा है, तो आम नागरिकों की स्थिति और भी चिंताजनक हो सकती है।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वोटर लिस्ट से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक करेंगी और आयोग की प्रक्रिया पर अपना पक्ष रखेंगी।
📅 एसआईआर प्रक्रिया कब तक?
पश्चिम बंगाल में SIR की पूरी प्रक्रिया 7 फरवरी तक चलेगी और 14 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी। इसके तहत लगभग 1.36 करोड़ मतदाताओं को भी संदेहास्पद सूची में चिन्हित किया गया है, जिनसे आगे पूछताछ की जा सकती है।




