🕯️ देश ने नमन किया ‘सरबंसदानी’ को
सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पावन प्रकाश पर्व के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सहित देशभर के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने गुरु साहिब के साहस, त्याग, समानता और न्याय के मूल्यों को याद किया।
🇮🇳 राष्ट्रपति का संदेश
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने एक्स पर कहा कि गुरु गोबिंद सिंह अदम्य साहस और दूरदर्शिता के प्रतीक थे। उन्होंने न्याय और आत्मसम्मान की रक्षा के लिए समाज को संगठित किया और उनकी शिक्षाएं एकता व करुणा पर आधारित समाज की राह दिखाती हैं।
🛡️ अमित शाह ने कहा ‘सरबंसदानी’
गृह मंत्री अमित शाह ने गुरु गोबिंद सिंह को ‘सरबंसदानी’ बताते हुए कहा कि उनका त्याग मानव इतिहास में अद्वितीय है। खालसा पंथ की स्थापना कर उन्होंने धर्म और संस्कृति की रक्षा को सशक्त बनाया।
🗳️ अन्य नेताओं की श्रद्धांजलि
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गुरु साहिब का समानता और कर्तव्य का संदेश एक मजबूत भारत को प्रेरित करता है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें साहिब-ए-कमाल बताते हुए शांति, प्रेम और भाईचारे का संदेश स्मरण किया।
राहुल गांधी ने कहा कि मानव कल्याण और सत्य के लिए गुरु गोबिंद सिंह के आदर्श सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।
🏛️ मुख्यमंत्रियों ने भी किया नमन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के भजनलाल शर्मा और उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी सहित कई मुख्यमंत्रियों ने गुरु गोबिंद सिंह के शौर्य, त्याग और धर्मरक्षा के संदेश को याद किया।
✨ खालसा पंथ का अमर संदेश
गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा स्थापित खालसा पंथ अन्याय के विरुद्ध खड़े होने और मानव गरिमा की रक्षा का प्रतीक है। उनका जीवन आज भी सत्य, सेवा और साहस की प्रेरणा देता है।




