🚀 ईरान और रूस की अंतरिक्ष साझेदारी
ईरान ने रूस के सहयोग से शनिवार को अपने तीन स्वदेशी निगरानी उपग्रहों को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया। ये उपग्रह रूस के वोस्तॉचनी कॉस्मोड्रोम से सोयूज रॉकेट के माध्यम से पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किए गए। यह प्रक्षेपण पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद ईरान के बढ़ते अंतरिक्ष कार्यक्रम का एक बड़ा संकेत माना जा रहा है।
🛰️ कौन-कौन से उपग्रह हुए लॉन्च?
प्रक्षेपित किए गए तीन उपग्रह हैं —
जाफ़र-2, पया और कोसर 1.5।
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी IRNA के अनुसार, इन सभी उपग्रहों को देश के निजी क्षेत्र ने डिजाइन किया है और इन्हें पृथ्वी अवलोकन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
🧠 AI तकनीक से लैस ‘पया’ उपग्रह
इनमें पया को ईरान का अब तक का सबसे उन्नत इमेजिंग उपग्रह बताया गया है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित तकनीक लगी है, जो तस्वीरों की गुणवत्ता को बेहतर बनाती है। इसका उपयोग जल संसाधन प्रबंधन, पर्यावरण निगरानी और डिजिटल मैपिंग में किया जाएगा।
📊 ईरान का बढ़ता अंतरिक्ष कार्यक्रम
पिछले दो वर्षों में ईरान अब तक 10 उपग्रह लॉन्च कर चुका है। जुलाई 2025 में भी इसी रूसी लॉन्च साइट से एक उपग्रह भेजा गया था। रूस के सोयूज रॉकेट को इसकी उच्च विश्वसनीयता के कारण चुना गया।
🌍 पश्चिमी देशों की चिंता
हालांकि अमेरिका और कुछ पश्चिमी देशों ने आशंका जताई है कि यह तकनीक भविष्य में बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम में भी इस्तेमाल की जा सकती है। ईरान ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दोहराया है कि उसका अंतरिक्ष कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है।




