सीडीटीआई जयपुर में तकनीकी नवाचारों की शुरुआत
केंद्रीय जासूसी प्रशिक्षण संस्थान (सीडीटीआई) जयपुर में सोमवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय हैकाथॉन “शील्ड 1.0 – स्मार्ट हैकाथॉन फॉर इंटेलिजेंस, एनफोर्समेंट, लॉ एवं डिफेन्स” का शुभारंभ हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य देश की आंतरिक सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए अत्याधुनिक तकनीकी समाधान विकसित करना है।
साइबर सुरक्षा और एआई पर फोकस
सीडीटीआई के निदेशक डॉ. अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि हैकाथॉन में देशभर के साइबर विशेषज्ञ, स्टार्टअप्स और छात्र भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता का फोकस डिजिटल फॉरेंसिक्स, साइबर अपराध रोकथाम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सर्विलांस इंटेलिजेंस जैसे विषयों पर है, जिससे पुलिसिंग और खुफिया तंत्र को तकनीकी रूप से और मजबूत बनाया जा सके।
आधुनिक पुलिसिंग की नई दिशा
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि प्रशुन गुप्ता (उप निदेशक, एनसीआरबी) ने कहा कि डेटा एनालिटिक्स और एआई आज आधुनिक पुलिसिंग की रीढ़ बन चुके हैं। उन्होंने प्रतिभागियों से ऐसे समाधान विकसित करने की अपील की जो व्यावहारिक, सुरक्षित और नैतिक हों।
युवाओं की भूमिका अहम
एमएनआईटी जयपुर की डॉ. मीनाक्षी त्रिपाठी और साइबर विशेषज्ञ योगेश राव ने स्वदेशी तकनीकी विकास और नवाचार के महत्व को रेखांकित किया। उद्घाटन के बाद तकनीकी सत्र और कोडिंग राउंड शुरू हो चुके हैं।
दो दिन तक चलने वाला यह हैकाथॉन भारत की आंतरिक सुरक्षा को तकनीक के माध्यम से और अधिक अभेद्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।




