🟦 खालिदा जिया का निधन
Khaleda Zia Death ने बांग्लादेश की राजनीति में एक बड़ा खालीपन पैदा कर दिया है।
वह लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं और ढाका के एवरकेयर अस्पताल में भर्ती थीं।
बीएनपी ने बताया कि उनका निधन सुबह फज्र की नमाज के बाद हुआ, जिससे देश शोक में डूब गया।
Khaleda Zia Death की खबर सामने आते ही पूरे बांग्लादेश में भावनाओं की लहर दौड़ गई।
🟦 बीमारी से लंबी लड़ाई
खालिदा जिया दिल और फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित थीं, साथ ही उन्हें निमोनिया भी था।
हालांकि इलाज जारी था, लेकिन उनकी हालत धीरे धीरे बिगड़ती चली गई।
डॉक्टरों की पूरी कोशिशों के बाद भी Khaleda Zia Death को रोका नहीं जा सका।
इस खबर ने बीएनपी कार्यकर्ताओं को गहरे सदमे में डाल दिया।
🟦 राजनीतिक विरासत
खालिदा जिया बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं और उन्होंने देश को नई दिशा दी।
उन्होंने तानाशाही शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी और लोकतंत्र को मजबूत किया।
Khaleda Zia Death के बावजूद उनकी राजनीतिक सोच आज भी लोगों को प्रेरित करती है।
उनकी पार्टी बीएनपी आज भी उनकी विचारधारा को आगे बढ़ा रही है।
🟦 विवाद और संघर्ष
हालांकि उनके जीवन में जेल, केस और राजनीतिक संघर्ष भी रहे।
फिर भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आखिरी समय तक राजनीति में सक्रिय रहीं।
Khaleda Zia Death के साथ एक युग का अंत जरूर हुआ है।
लेकिन उनकी विरासत बांग्लादेश की राजनीति में हमेशा जिंदा रहेगी।




