📍 वाशिंगटन, 07 जून (हि.स.) — अमेरिका में आव्रजन संबंधी एक बड़ी चूक के केंद्र में रहे एब्रेगो गार्सिया की आखिरकार एल साल्वाडोर से वापसी हो गई है। ट्रंप प्रशासन के कार्यकाल में गलती से निर्वासित किए गए गार्सिया अब अवैध प्रवासियों को अमेरिका लाने के आरोपों का सामना करेंगे।
🔁 गलती से निर्वासन की स्वीकारोक्ति
- दो महीने पहले अमेरिकी प्रशासन ने यह स्वीकार किया था कि गार्सिया को गलती से मैरीलैंड से निर्वासित किया गया था।
- गार्सिया मूल रूप से एल साल्वाडोर के रहने वाले हैं, लेकिन उनका निर्वासन कानूनी प्रक्रिया का उल्लंघन था।
⚖️ अब क्या हुआ?
- टेनेसी की संघीय अदालत में पिछले महीने सीलबंद आरोप दायर किए गए थे, जो अब खोल दिए गए हैं।
- आरोप: गार्सिया पर अवैध प्रवासियों को टेक्सास से अमेरिका के अंदरूनी हिस्सों में पहुंचाने का आरोप है।
- उन्हें शुक्रवार शाम अमेरिका लाकर अदालत में पेश किया गया और जज बारबरा होम्स ने पूछताछ की।
- गार्सिया ने स्पेनिश में जवाब दिया: “हां, मैं आरोप समझता हूं।”
- अगली सुनवाई 13 जून को होगी और तब तक वे संघीय हिरासत में रहेंगे।
👨⚖️ वकील की प्रतिक्रिया
- गार्सिया के वकील साइमन सैंडोवल-मोशेनबर्ग ने आरोपों को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया।
- उनका कहना है कि प्रशासन सत्ता का दुरुपयोग कर रहा है और इस केस का आधार कमजोर है।
🚨 प्रभाव और सियासी हलचल
- इस मामले के चलते टेनेसी के एक वरिष्ठ संघीय अभियोजक बेन श्रेडर को अपना पद छोड़ना पड़ा है।
- इसे आव्रजन कानूनों के दुरुपयोग और संवेदनशीलता की कमी के एक बड़े उदाहरण के तौर पर देखा जा रहा है।
🧭 निष्कर्ष
अब्रेगो गार्सिया का मामला अमेरिकी आव्रजन प्रणाली की जटिलताओं, प्रशासनिक गलतियों और राजनीतिक दबावों को उजागर करता है। अब यह देखना अहम होगा कि अदालत में पेश सबूतों के आधार पर क्या न्याय होता है या यह मामला केवल एक राजनीतिक मोड़ बनकर रह जाता है।