देहरादून में आज होगा अभाविप अधिवेशन का आगाज, तीन दिन चलेगा
देहरादून, 28 नवंबर (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का 71वां राष्ट्रीय अधिवेशन आज से देहरादून में भव्य रूप से शुरू हो रहा है। तीन दिवसीय यह अधिवेशन परेड ग्राउंड में बने भगवान बिरसा मुंडा नगर में आयोजित किया जा रहा है, जहां पूरे देश से करीब 1500 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस अधिवेशन का उद्देश्य शिक्षा, संस्कृति, पर्यावरण, सुरक्षा और समाज में युवाओं की सकारात्मक भूमिका पर व्यापक विमर्श करना है।
इसरो के पूर्व अध्यक्ष एस. सोमनाथ मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे, जबकि अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजकिशोर तिवारी अधिवेशन की अध्यक्षता करेंगे। उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी भी विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण
अधिवेशन का पहला दिन उद्घाटन और संबोधनों के नाम रहेगा। दूसरे दिन शोभायात्रा, खुला अधिवेशन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। तीसरे दिन प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार समारोह होगा, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल होंगे।
इस वर्ष की सबसे बड़ी विशेषता “रानी अब्बक्का प्रदर्शनी” है, जिसे देखने के लिए शहर के लगभग 50 हजार बच्चे पहुंचेंगे। इसके अलावा, गुरु तेग बहादुर के बलिदान स्थल, रानी अब्बक्का कलश यात्रा और भगवान बिरसा संदेश यात्रा से लाए गए जल और मिट्टी के कलश अधिवेशन परिसर में स्थापित किए गए हैं।
युवा शक्ति और राष्ट्र निर्माण पर जोर
अभाविप ने स्पष्ट किया है कि यह अधिवेशन भारत की युवा शक्ति को दिशा देने का महत्वपूर्ण मंच है। शिक्षा, समाज और तकनीक से जुड़े विषयों पर गहन चिंतन के बाद प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। देशभर के छात्रसंघ पदाधिकारी, शिक्षक और शिक्षाविद इस चिंतन में शामिल होंगे।
राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. सोलंकी ने कहा कि अधिवेशन के बाद कार्यकर्ता नई ऊर्जा और दृढ़ संकल्प के साथ शिक्षा संस्थानों में राष्ट्र प्रथम की भावना को और सशक्त करेंगे।




