ग्वालियर, 16 मार्च (हि.स.)। अंचल के सबसे बड़े चिकित्सा समूह जयारोग्य चिकित्सालय के कमलाराजा महिला एवं बाल रोग चिकित्सालय के लेबर वार्ड के आईसीयू में शनिवार देर रात भीषण हादसा हो गया। एसी कंप्रेसर फटने से वहां आग लग गई, जिससे सो रही प्रसूताओं का दम घुटने लगा। जब उन्होंने देखा तो पूरे वार्ड में तेज धुआं भर चुका था और कई जगह आग की हल्की चिंगारियां भी नजर आ रही थीं। आगजनी से पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। खिड़कियां तोड़कर धुआं निकालने की कोशिश की गई।
घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर रुचिका चौहान और एसपी सहित अस्पताल प्रबंधन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड की मदद से सभी मरीजों को कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। यहां भर्ती गर्भवती महिला मरीजों को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। मरीजों की शिफ्टिंग का काम रविवार सुबह पांच बजे तक चलता रहा।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार घटना शनिवार देर रात करीब एक बजे लेबर रूम के गाइनोकॉलाजी आईसीयू में हुई, जहां एयर कंडीशनर में शॉर्ट सर्किट के कारण ब्लास्ट हुआ। इसके बाद देखते ही देखते आग फैल गई। इस दौरान आईसीयू और आसपास के वार्डों में कुल 22 मरीज भर्ती थे, जबकि लेबर रूम में करीब 100 और पीडियाट्रिक्स वार्ड में 50 मरीज मौजूद थे। आग लगने के बाद अस्पताल में धुआं भर गया, जिससे मरीजों और उनके परिजनों में अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल प्रशासन और मेडिकल स्टाफ की मुस्तैदी के चलते सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। फायर सेफ्टी ट्रेनिंग प्राप्त अस्पताल के गार्ड और वार्ड बॉयज ने तुरंत मरीजों को सुरक्षित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में शिफ्ट किया। हालात बिगड़ने पर वार्ड की खिड़कियों की जाली तोड़कर वेंटिलेशन की व्यवस्था की गई। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
अस्पताल में भर्ती महिला मरीजों के परिजन के मुताबिक, ग्वालियर में बीती रात का तापमान करीब 20 डिग्री सेल्सियस था। ऐसे में कमला राजा अस्पताल के लेबर रूम में भर्ती 16 मरीज और उनके नवजातों के लिए एसी चल रहे थे। अचानक एक एसी में ब्लास्ट हुआ और आग लग गई। एक मरीज के अटेंडर दीपक कुमार ने बताया- कुछ समझ पाते, उससे पहले ही धुएं से दम घुटने लगा। हम मरीजों और नवजात बच्चों को लेकर बाहर की तरफ भागे। अस्पताल के वार्ड बॉय, सिक्योरिटी गार्ड के साथ मिलकर वार्ड की खिड़कियों को तोड़कर मरीजों को बाहर निकाला गया। मरीजों की शिफ्टिंग का काम सुबह पांच बजे तक चलता रहा है।
राहत की बात यह है कि इस आगजनी में कोई जनहानि नहीं हुई है। हालांकि, धुएं के कारण कई लोगों की स्थिति बिगड़ गई। कलेक्टर रूचिका चौहान ने कहा- सूचना मिलते ही सीनियर डॉक्टरर्स, प्रशासनिक और पुलिस अफसर आ गए थे। मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हादसा एसी फटने से हुआ है। टीम गठित कर जांच की जाएगी। नगर निगम की फायर ब्रिगेड से आग पर काबू पा लिया गया और किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। कलेक्टर रुचिका चौहान, एसडीएम विनोद सिंह, सुपरिंटेंडेंट डॉ. सक्सेना और डॉ. श्रीवास्तव मौके पर मौजूद रहे और सभी मरीजों को सुरक्षित शिफ्ट करवाया गया।