🏥 एम्स बिलासपुर बना हिमाचल का हेल्थकेयर हब
हिमाचल प्रदेश के लिए एम्स बिलासपुर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि बन चुका है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि इस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ने प्रदेश के हजारों मरीजों को विश्वस्तरीय इलाज की सुविधा दी है।
🌟 अब इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं
पहले गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को दिल्ली या चंडीगढ़ जाना पड़ता था, लेकिन अब एम्स बिलासपुर में ही अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। इससे मरीजों का समय, पैसा और मानसिक तनाव तीनों की बचत हो रही है।
🧬 कैंसर उपचार में नई क्रांति
एम्स बिलासपुर में HIPEC (Hyperthermic Intraperitoneal Chemotherapy) जैसी अत्याधुनिक तकनीक शुरू की गई है, जिससे पेट से जुड़े जटिल कैंसर का इलाज और भी प्रभावी हो गया है। इस तकनीक से सर्जरी के बाद बची कैंसर कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं और बीमारी दोबारा लौटने की संभावना कम होती है।
❤️ दिल के मरीजों को भी बड़ी राहत
हृदय रोग विभाग में डायमंड ड्रिल आधारित रोटेशनल एथेरेक्टॉमी तकनीक लाई जा रही है। इससे दिल की धमनियों में जमा कठोर कैल्शियम को हटाया जा सकेगा, जिससे कई मरीजों को ओपन हार्ट सर्जरी से बचाया जा सकेगा।
🚑 भविष्य का हेल्थ सेंटर
भाजपा का कहना है कि एम्स बिलासपुर लगातार नई तकनीकों, सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं और विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ मजबूत हो रहा है। यह केंद्र अब न केवल हिमाचल बल्कि आसपास के राज्यों के मरीजों के लिए भी भरोसे का नाम बन गया है।




