छात्रवृत्ति रोकने पर बढ़ा आक्रोश
आजसू छात्र संघ जनाक्रोश मार्च की घोषणा के बाद झारखंड के छात्र आंदोलन के लिए तैयार दिख रहे हैं। बुधवार को रांची में हुई प्रेस वार्ता में आजसू छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा और कार्यकारी अध्यक्ष बबलू महतो ने बताया कि 27 नवंबर को बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
बापू वाटिका से राजभवन तक मार्च
उन्होंने कहा कि भिक्षा जनाक्रोश मार्च मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका से शुरू होगा और राजभवन तक जाएगा। मार्च का उद्देश्य राज्य भर के लाखों छात्रों की छात्रवृत्ति रोके जाने के खिलाफ आवाज उठाना है।
मार्च के बाद प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगा। साथ ही उनसे सत्र 2024–25 की लंबित छात्रवृत्ति वितरण में हस्तक्षेप की मांग की जाएगी।
सरकार की लापरवाही पर सवाल
नेताओं ने कहा कि छात्रों को छात्रवृत्ति में हो रही देरी सिर्फ प्रशासनिक समस्या नहीं है। यह सरकार की गंभीर लापरवाही और उदासीनता को दर्शाता है। इससे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में है।
अभी भी लाखों छात्र प्रतीक्षा में
सरकारी आंकड़ों के अनुसार 11.34 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति मिलनी थी। लेकिन अब तक केवल 7.45 लाख विद्यार्थी आंशिक भुगतान पा सके हैं।
सबसे चिंताजनक स्थिति यह है कि 3.5 लाख से अधिक ओबीसी छात्र अभी भी पहली किस्त का इंतजार कर रहे हैं।
कई जिलों में जारी प्रदर्शन
रांची, लोहरदगा, धनबाद, रामगढ़, गिरिडीह, हज़ारीबाग और बोकारो के विद्यार्थी पिछले एक महीने से लगातार धरना दे रहे हैं।
इसके बावजूद सरकार पूरी तरह मौन है।
ई-कल्याण पोर्टल पर डेटा जारी करने की मांग
संघ ने मांग की कि सरकार तुरंत ई-कल्याण पोर्टल पर सभी लंबित आवेदनों की स्थिति सार्वजनिक करे। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और छात्रों की चिंता कम होगी।




