शाहपुरा के बेटे ने छुआ एवरेस्ट का आकाश
भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा कस्बे के युवा पर्वतारोही आकाश लोढ़ा ने माउंट एवरेस्ट के दक्षिणी बेस कैंप (नेपाल) तक पहुंचकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने 17,598 फीट (5364 मीटर) की ऊंचाई पर तिरंगा फहराकर न सिर्फ अपने गांव बल्कि पूरे राजस्थान को गौरवान्वित किया।
माइनस 22 डिग्री में भी नहीं डगमगाया हौसला
करीब 130 किलोमीटर की खतरनाक ट्रैकिंग के दौरान आकाश को बर्फीली हवाओं, ऑक्सीजन की कमी और माइनस 22 डिग्री तापमान का सामना करना पड़ा। कई बार स्किन बर्न, बुखार और सांस की दिक्कतों के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी।
खाने के नाम पर चॉकलेट और ड्राई फ्रूट ही उनका सहारा बने, लेकिन जज्बा अडिग रहा।
अंतिम आधा किलोमीटर सबसे कठिन
28 दिसंबर को सुबह 8 बजे गोरखशेप से रवाना होकर केवल आधा किलोमीटर की चढ़ाई उन्हें तीन घंटे में पूरी करनी पड़ी। पत्थर, बर्फ और तेज हवाओं से जूझते हुए सुबह 11 बजे उन्होंने एवरेस्ट बेस कैंप पर कदम रखा और तिरंगा लहराया।
शाहपुरा का पहला पर्वतारोही
आकाश लोढ़ा शाहपुरा के पहले पर्वतारोही बन गए हैं जिन्होंने एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंचने का कारनामा किया। उन्होंने यह उपलब्धि देश को समर्पित करते हुए युवाओं को साहस और आत्मविश्वास का संदेश दिया।
परिवार और क्षेत्र में जश्न
उनके पिता व समाजसेवी अनिल लोढ़ा ने कहा कि यह उपलब्धि पूरे शाहपुरा के लिए गर्व की बात है। क्षेत्र में खुशी की लहर है और युवा अब पर्वतारोहण और एडवेंचर स्पोर्ट्स की ओर प्रेरित हो रहे हैं।




