पश्चिम सिंहभूम, 17 जून (हि.स.)।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई ने ग्रामीण कार्य विभाग पर भ्रष्टाचार और नियमों के उल्लंघन के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने विभाग के एक अभियंता राजेश रजक पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि टेंडर प्रक्रिया को जानबूझकर प्रभावित किया जा रहा है।
गागराई ने आरोप लगाया कि विभाग में अब ‘रजक राज’ चल रहा है, जहां नियम-कायदों की धज्जियाँ उड़ाते हुए टेंडर प्रक्रिया को राजनीतिक संरक्षण के तहत मनचाहे संवेदकों के पक्ष में मोड़ा जा रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि राजेश रजक, अभियंता प्रमुख से भी अधिक प्रभावशाली बन चुके हैं।
भाजपा नेता ने कोल्हान प्रमंडल की दो निविदाओं का हवाला देते हुए कहा कि इन टेंडरों में योग्य संवेदकों को जानबूझकर अयोग्य घोषित किया गया, जबकि आरोहण बिल्डर की आपत्तियों और ग्रीवेंस को दरकिनार कर दिया गया।
सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग
गागराई ने इस पूरे मामले में राज्य सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो भाजपा इस मुद्दे को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेगी। उन्होंने कहा, “टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता अत्यंत आवश्यक है। यदि सरकार इस पर चुप्पी साधे रही तो इसे जनता के हितों के साथ अन्याय माना जाएगा।”
पृष्ठभूमि
झारखंड में ग्रामीण विकास और निर्माण कार्यों को लेकर टेंडर प्रक्रिया पहले भी विवादों में रही है। विपक्षी दल बार-बार आरोप लगाते रहे हैं कि नियमों को ताक पर रखकर काम बांटे जाते हैं। गागराई का बयान एक बार फिर इस विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है।