पश्चिम सिंहभूम, 17 जून (हि.स.) —
प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री भाजपा नेता बड़कुंवर गागराई ने झारखंड ग्रामीण कार्य विभाग पर सीधा हमला बोला है।
⚠️ “रजक राज” का आरोप — अभियंता पर मनमानी का दावा
उन्होंने अभियंता राजेश रजक पर आरोप लगाया कि वे नियमों की अनदेखी करते हुए टेंडर प्रक्रिया में पक्षपात कर रहे हैं।
“अब विभाग में अभियंता प्रमुख नहीं, ‘रजक राज’ चल रहा है।”
🧾 दो निविदाओं को लेकर विवाद
भाजपा नेता ने कोल्हान प्रमंडल की दो निविदाओं का हवाला देते हुए कहा:
- योग्य संवेदकों को जानबूझकर अयोग्य घोषित किया गया
- आरोहण बिल्डर की शिकायतों को नजरअंदाज किया गया
- चयनित संवेदक को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने का आरोप
🧑⚖️ निष्पक्ष जांच की मांग, आंदोलन की चेतावनी
गागराई ने राज्य सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की और चेतावनी दी:
“यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो भाजपा राज्यव्यापी आंदोलन करेगी।”
🔁 पृष्ठभूमि में पुराना विवाद
टेंडर प्रक्रिया में Corruption in Tender Process कोई नया मामला नहीं है:
- झारखंड में पहले भी निर्माण कार्यों में नियमों की अनदेखी के आरोप लगते रहे हैं
- विपक्ष लगातार सरकार पर पारदर्शिता के अभाव का आरोप लगाता रहा है
🗣️ भाजपा का सवाल: क्या पारदर्शिता सिर्फ कागज़ों तक सीमित है?
गागराई का कहना है कि विभाग में निर्णय अब योग्यता नहीं, संपर्क के आधार पर हो रहे हैं।
“सरकार यदि चुप रही, तो यह जनता के हितों का खुला अपमान होगा।”
📌 निष्कर्ष
भाजपा नेता के आरोपों ने ग्रामीण कार्य विभाग की कार्यशैली पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या सरकार इस पर कार्रवाई करेगी या विपक्ष एक और मुद्दा बना कर सड़कों पर उतरेगा?