अंबिकापुर-रामानुजगंज-बरवाडीह नई रेल लाइन को मिली हरी झंडी
अंबिकापुर/बलरामपुर, 4 दिसंबर। उत्तरी छत्तीसगढ़ के लिए बड़ी खुशखबरी है। लंबे समय से लंबित अंबिकापुर–रामानुजगंज–बरवाडीह नई रेल लाइन परियोजना को आखिरकार रेल मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही रामानुजगंज–गढ़वा रोड रेल परियोजना को भी हरी झंडी दे दी गई है। दोनों परियोजनाओं के तहत कुल 262 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाई जाएगी।
यह जानकारी लोकसभा में सांसद चितामणि महाराज द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी।
कनेक्टिविटी को मिलेगी नई दिशा
रेल मंत्री ने बताया कि अंबिकापुर क्षेत्र की कई प्रमुख परियोजनाओं को केंद्र सरकार ने प्राथमिकता दी है।
- बोरिडांड–अंबिकापुर 80 किमी दोहरीकरण कार्य पहले से जारी है।
- अंबिकापुर–रामानुजगंज–बरवाडीह (262 किमी) की डीपीआर तैयार है।
- सरडेगा–पत्थलगांव–अंबिकापुर (218 किमी) नई लाइन की डीपीआर भी पूरी हो चुकी है।
इन परियोजनाओं के पूरा होने से छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी मजबूत होगी और क्षेत्र में आर्थिक व सामाजिक विकास को गति मिलेगी।
रेल बजट में 22 गुना वृद्धि
मंत्री वैष्णव ने बताया कि छत्तीसगढ़ को मिलने वाला रेल बजट रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ा है।
- 2009–14 में वार्षिक आवंटन: 311 करोड़ रुपये
- 2025–26 में वार्षिक आवंटन: 6,925 करोड़ रुपये
यानी 22 गुना तक की वृद्धि।
नई रेल लाइनों के कमीशनिंग में भी बड़ी बढ़त दर्ज हुई है—
- 2009–14: 32 किमी
- 2014–25: 1,189 किमी (15 गुना अधिक)
परियोजनाओं का काम तेज गति से पूरा होगा
मंत्री ने कहा कि रेल परियोजनाओं की स्वीकृति यातायात, लाभप्रदता, कनेक्टिविटी और राज्य सहयोग जैसे मानकों पर निर्भर करती है।
भूमि अधिग्रहण, वन मंजूरी और स्थानीय परिस्थितियाँ प्रोजेक्ट की गति को प्रभावित करती हैं, लेकिन अंबिकापुर और आसपास की परियोजनाओं को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाएगा।




