केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को 25 जून, 1975 की आपातकाल घोषणा को “सत्ता की भूख का अन्यायकाल” बताया। उन्होंने इसे कांग्रेस द्वारा लोकतंत्र की हत्या करार दिया।
🔥 शाह ने क्यों कहा ‘संविधान हत्या दिवस’?
शाह के मुताबिक, यह दिन बताता है कि जब सत्ता तानाशाही बनती है, तो जनता उसे उखाड़ फेंकती है।
प्रेस की स्वतंत्रता, न्यायपालिका और व्यक्तिगत अधिकारों पर हमला हुआ।
🗣️ शाह ने X पर क्या लिखा?
“25 जून आपातकाल कोई राष्ट्रीय जरूरत नहीं, बल्कि कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता थी।”
“देशवासियों ने ‘सिंहासन खाली करो’ का शंखनाद किया और तानाशाह को हटा दिया।”
🎤 कार्यक्रम में क्या बोले शाह?
नई दिल्ली में आयोजित ‘आपातकाल के 50 साल’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा:
“जब किसी व्यक्ति में छिपा तानाशाह जागता है, तभी आपातकाल लगता है।”
उनका इशारा स्पष्ट रूप से इंदिरा गांधी की ओर था।
📌 महत्वपूर्ण बातें:
- आपातकाल लगाया गया था 25 जून 1975 को
- प्रेस, न्यायपालिका और विपक्ष पर कड़ा अंकुश लगाया गया
- शाह बोले: “देश पर कोई खतरा नहीं, बस कुर्सी पर खतरा था”
❓ जानिए अमित शाह से जुड़ी कुछ सामान्य बातें (keywords):
- अमित शाह का पूरा नाम: अमितभाई अनिलचंद्र शाह
- बिरादरी: गुजराती बनिया
- धर्म: हिंदू
- पत्नी: सोनल शाह
- पिछला कार्यकाल: 2014–2019 (गृह मंत्री 2019 से)
- दामाद का नाम: सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं
- दिल्ली कार्यालय: गृह मंत्रालय, नॉर्थ ब्लॉक, सेंट्रल सचिवालय