🌱 आनंद मार्ग का पर्यावरण प्रेम: गांवों में पौधे और बीज बॉल वितरण
🌿 विश्व आदिवासी दिवस की पूर्व संध्या पर अभियान
पूर्वी सिंहभूम जिले में आनंद मार्ग द्वारा दो दिवसीय पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
गोगाडीह और आस-पास के गांवों में 200 फलदार पौधे मुफ्त वितरित किए गए।
🎯 बीज बॉल भी बांटे गए
स्थानीय आदिवासी समाज के लोगों को बीज बॉल बनाने की विधि भी सिखाई गई।
उन्हें पर्यावरण की रक्षा करने का संकल्प भी दिलाया गया।
🗣️ क्या बोले आनंद मार्ग के प्रतिनिधि?
सुनील आनंद ने कहा, “आदिवासी समाज प्रकृति को ईश्वर मानता है और उसी के अनुसार जीवन जीता है।”
उन्होंने “नव्य मानवतावाद” का संदेश भी साझा किया।
🌍 क्यों जरूरी है प्रकृति से तालमेल?
- हर पेड़-पौधा और जीव-जंतु परिवार का हिस्सा
- धरती का कल्याण तभी संभव, जब हम प्रकृति को अपनाएं
- बीज बॉल और पौधारोपण से भविष्य सुरक्षित होगा
🤝 आदिवासी समाज के साथ जुड़ाव
आनंद मार्ग लंबे समय से आदिवासी समुदाय के साथ मिलकर पौधारोपण जैसे कार्य कर रहा है।
हर वर्ष हजारों पौधे बांटे जाते हैं ताकि पर्यावरण को बचाया जा सके।