आंध्र प्रदेश की रेल कनेक्टिविटी परियोजनाओं में तेजी, मछलीपट्टनम बंदरगाह को दक्षिण भारत से जोड़ने पर विशेष जोर: रेल मंत्री
नई दिल्ली, 3 दिसंबर। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में आंध्र प्रदेश की चल रही रेल कनेक्टिविटी परियोजनाओं पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मछलीपट्टनम बंदरगाह को दक्षिण भारत से जोड़ने वाली रेपल्ले–बापटल–मछलीपट्टनम रेल लाइन राज्य के आर्थिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस परियोजना को उच्च प्राथमिकता दी गई है और इसका विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार किया जा रहा है।
डबलिंग और नई लाइनों की प्रगति तेज
रेल मंत्री ने बताया कि विजयवाड़ा–मछलीपट्टनम डबलिंग कार्य पूरा हो चुका है। वहीं विजयवाड़ा–तेनाली थर्ड लाइन का काम जारी है। गुडिवाडा–दुग्गिराला रूट का सर्वे भी प्रगति पर है। मछलीपट्टनम पोर्ट की कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए गुडिवाडा–भीमावरम–नरसापुरम खंड की डबलिंग का कार्य पहले ही समाप्त किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से न केवल राज्य के बंदरगाहों की दक्षता बढ़ेगी बल्कि दक्षिण भारत के राज्यों के साथ व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी।
रेल बजट में आंध्र प्रदेश को बड़ी बढ़ोतरी
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश को मिलने वाला रेल बजट ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया है।
उन्होंने बताया—
“2014 से पहले संयुक्त आंध्र–तेलंगाना राज्य को केवल 886 करोड़ रुपये का बजट मिलता था, जबकि आज आंध्र प्रदेश को अकेले 9,417 करोड़ रुपये का बजट दिया जा रहा है।”
रेल मंत्री के अनुसार, इस बजट वृद्धि का सीधा प्रभाव परियोजनाओं की गति पर देखने को मिल रहा है और राज्य में बुनियादी ढांचे का तेजी से विस्तार हो रहा है।
राज्य में औद्योगिक विकास को मिलेगा बड़ा लाभ
उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से मछलीपट्टनम जैसे महत्वपूर्ण पोर्ट की क्षमता बढ़ेगी, लॉजिस्टिक्स लागत घटेगी और दक्षिण भारत के प्रमुख राज्यों के बीच कनेक्टिविटी और मजबूत होगी।




