जींद, 20 मार्च (हि.स.)। चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के साथ एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर बैठक में गए किसान नेताओं को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने पर किसानों ने रोष जताया है। वहीं गुरूवार को दाता सिंह वाला बॉर्डर पर बैरिकेटिंग हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जेसीबी व हाइड्रोलिक मशीनों से बैरिकेटिंग को हटाया जा रहा है। कार्रवाई को अंजाम देने के लिए सुरक्षा के तौर पर पैरामिलिट्री के अलावा 600 के लगभग पुलिसकर्मी तैनात खनौरी बॉर्डर पर तैनात हैं। 300 के लगभग किसानों को पंजाब पुलिस ने हिरासत में लिया हुआ है। ट्रालियों तथा नरवाना-पटियाला मार्ग पर बनाए गए पक्के मोर्चा को हटाने का कार्य लगातार जारी है।
गौरतलब है कि चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के साथ एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर बैठक में गए किसान नेताओं को बुधवार रात पुलिस हिरासत में लिया है। इसके बाद जिला पुलिस ने दातासिंह वाला बार्डर पर विरोध होने के डर से पुलिस बल तैनात किया था। खनौरी बॉर्डर पर जींद की तरफ शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की छह कंपनियां तैनात कर दी गई हैं। जिनकी निगरानी डीएसपी कर रहे हैं। वहीं बार्डर व आसपास के नाकों पर पुलिस को अलर्ट किया गया है। हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा ने पंजाब में खनौरी बार्डर और शंभू बार्डर पर चल रहे आंदोलन पर पंजाब पुलिस द्वारा कारवाई करके उखाडऩे की घोर निंदा की है। किसान नेता आजाद पालवां ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वार्तालाप के नाम से बुला कर वरिष्ठ किसान नेताओं की गिरफ्तारी करवाना तानाशाहीपूर्ण कारवाई है। जिसका व्यापक स्तर पर विरोध होगा।