अररिया 28 मार्च(हि.स.)।अररिया नगर परिषद के अस्थायी सफाई कर्मचारी अपने मांगों को लेकर शुक्रवार से हड़ताल पर चले गए हैं।ईद से पहले सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से सफाई व्यवस्था की समस्या पैदा हो गई है।अपने मांगों को लेकर अस्थायी सफाईकर्मियों ने शुक्रवार को नगर परिषद कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया और नगर परिषद प्रशासन के प्रति जमकर नारेबाजी की।अररिया नगर परिषद सफाई कर्मचारी संघ के बैनरतले सैकड़ों की संख्या में सफाईकर्मियों ने प्रदर्शन किया।
दरअसल सफाईकर्मी शहर की साफ सफाई और डोर टू डोर कचरा संग्रह को लेकर निकाले गए टेंडर का विरोध कर रहे हैं और आउटसोर्सिंग के काम पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। सफाईकर्मियों के हड़ताल और प्रदर्शन पर नगर परिषद के मुस्लिम पार्षद ईद और मुस्लिम समुदाय के पर्व से ठीक पहले होने को बड़ी साजिश मानते हैं।
नगर परिषद में प्रदर्शन कर रहे सफाईकर्मी पवन मल्लिक,सूरज कुमार,गीता देवी,मुनिया देवी आदि ने बताया कि वे लोग करीबन बीस साल से नगर परिषद में मानदेय पर सफाईकर्मी का काम करते हैं।नगर परिषद की साफ सफाई से लेकर कचरा संग्रह कार्य करते रहे हैं।ऐसे अस्थायी सफाईकर्मी 275 से अधिक की संख्या में है।बावजूद इसके नगर परिषद प्रशासन इन लोगों को दरकिनार कर आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम के लिए दवाब बना रहे हैं,जबकि पटना उच्च न्यायालय के पारित आदेश में पर्याप्त मानव बल वाले स्थान पर ठेकेदारी प्रथा पर रोक लगाने का आदेश दिया हुआ है।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि 275 कर्मियों के मासिक मानदेय पर नगर परिषद प्रशासन को 28 लाख का खर्च आएगा,जबकि ठेकेदारी प्रथा को तहत आउटसोर्सिंग से काम करवाने पर 55 लाख का भुगतान नगर परिषद को करना होगा।प्रदर्शनकारी सफाईकर्मियों ने बताया कि श्रम संसाधन विभाग की ओर से न्यूनतम मजदूरी 412 रूपये के स्थान पर 373 रूपये का भुगतान किया जाता है।इनलोगों ने बताया कि मामले को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी,मुख्य पार्षद,उप मुख्य पार्षद से लेकर सभी को पास गुहार लगाई गई।लेकिन उनकी मांगों पर विचार नहीं होने पर हड़ताल पर जाने को विवश हुए।