📍 मंडी, 06 जून (हि.स.) — विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में मंडी के ऐतिहासिक सिद्धभद्र मंदिर परिसर (पड्डल) में आर्ट ऑफ लिविंग की सदस्याओं द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को लेकर जनजागरूकता बढ़ाना और हरियाली को प्रोत्साहन देना था।
🌱 मुख्य गतिविधियाँ
🔹 औषधीय व फलदार पौधों का रोपण:
सदस्यों ने मंदिर परिसर में तुलसी, आंवला, नींबू, अमरूद सहित कई औषधीय और फलों के पौधे रोपे।
🔹 पूजन और प्रार्थना से शुभारंभ:
कार्यक्रम की शुरुआत पूजा-अर्चना से की गई, जिसमें पर्यावरण की समृद्धि और शांति की कामना की गई।
🔹 पर्यावरण संरक्षण की शपथ:
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा व पौधों के संरक्षण की शपथ ली।
🔹 पंचवक्त्र मंदिर परिसर की सफाई:
सदस्यों ने ऐतिहासिक पंचवक्त्र मंदिर परिसर में सफाई अभियान भी चलाया।
🗣️ शिक्षिका माया वरधान का संदेश
“प्रकृति की रक्षा हर व्यक्ति का नैतिक कर्तव्य है। बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए पौधरोपण ही एकमात्र व्यवहारिक उपाय है। आज पर्वतीय क्षेत्रों में ग्लेशियर पीछे हट रहे हैं और पारंपरिक जल स्रोत समाप्त हो रहे हैं। ऐसे में हरियाली बढ़ाना अनिवार्य है।”
🎯 निष्कर्ष:
‘आर्ट ऑफ लिविंग’ का यह आयोजन केवल पौधरोपण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह समाज को हरियाली और स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का प्रयास था। यह पहल सिद्ध करती है कि छोटे-छोटे प्रयास मिलकर प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में बड़ा योगदान दे सकते हैं।