लखनऊ, 17 जून (हि.स.) —
लखनऊ संभागीय परिवहन कार्यालय में वर्षों से जमे अरुण यादव का स्थानांतरण मीरजापुर कर दिया गया है।
📩 भाजपा नेता ने उठाई थी शिकायत
भाजपा अर्जुनगंज मंडल के महामंत्री राजन सिंह ने आरोप लगाया कि:
- अरुण यादव समाजवादी पार्टी नेताओं के प्रभाव में कार्य कर रहे थे
- स्थानांतरण नीति के बावजूद वर्षों से लखनऊ में बने हुए थे
- कार्यालय में मनमानी और पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रहे थे
🧾 परिवहन आयुक्त ने लिया संज्ञान
परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने शिकायत को गंभीर मानते हुए:
- अरुण यादव को 7 दिन में मीरजापुर ज्वाइन करने का आदेश दिया
- निर्णय को प्रशासनिक पारदर्शिता की दिशा में कदम बताया
🔄 पुराने कर्मियों पर नजर
सूत्रों के अनुसार:
- लखनऊ RTO में लंबे समय से तैनात कर्मियों पर अब नजर रखी जा रही है
- कई कर्मियों के स्थानांतरण की प्रक्रिया प्रगति में है
🗣️ भाजपा बनाम SP: राजनीतिक आरोप तेज
यह मामला भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच एक और राजनीतिक टकराव को जन्म देता है।
भाजपा ने दावा किया कि SP के करीबी अधिकारी व्यवस्था पर कब्जा किए बैठे हैं।
🔍 पृष्ठभूमि: लखनऊ RTO में स्थायित्व पर उठते रहे हैं सवाल
लखनऊ परिवहन कार्यालय में एक ही स्थान पर वर्षों से तैनात कर्मचारियों को लेकर:
- समय-समय पर शिकायतें मिलती रही हैं
- आरोप हैं कि राजनीतिक दबाव के चलते ट्रांसफर टलते हैं
- इससे जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं को परेशानी होती है
📌 निष्कर्ष
Political Transfer in Transport Office का यह मामला उत्तर प्रदेश प्रशासन में नीति और पारदर्शिता के सवाल को फिर से उजागर करता है।
क्या सरकार अब सभी स्थायी कर्मचारियों पर कार्रवाई करेगी?