असम में महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को राहा विधानसभा क्षेत्र (नगांव जिला) में ‘मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान’ के तहत आत्मसहायता समूहों (Self Help Groups) की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए चेक वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
37,833 महिलाओं को मिला आर्थिक सहयोग
मुख्यमंत्री सरमा ने बताया कि राहा विधानसभा क्षेत्र की 37,833 लाभार्थी महिलाओं को इस योजना के तहत 10-10 हजार रुपये के चेक वितरित किए गए हैं। इनमें 36,704 महिलाएं ग्रामीण क्षेत्र से और 1,129 महिलाएं शहरी क्षेत्र से हैं। यह अभियान महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार का एक बड़ा कदम है।
‘नारी शक्ति’ को आत्मनिर्भर बनाने का मिशन
डॉ. सरमा ने कहा कि यह कार्यक्रम राज्य सरकार के उस व्यापक मिशन का हिस्सा है, जिसके तहत असम की 40 लाख महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के समय महिलाओं की उपेक्षा की गई थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने उन्हें सम्मान, अवसर और आत्मनिर्भरता का अधिकार दिया है।
महिला उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से महिलाओं को छोटे व्यवसाय शुरू करने, समूह आधारित उद्योगों में भागीदारी बढ़ाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का अवसर मिलेगा। इससे राज्य में महिला उद्यमिता और स्व-रोजगार के नए आयाम स्थापित होंगे।
मुख्यमंत्री का संदेश
डॉ. सरमा ने कहा, “असम की महिलाएं राज्य की शक्ति हैं। उनके सशक्त होने से समाज और अर्थव्यवस्था दोनों मजबूत होंगे।” उन्होंने लाभार्थियों से आग्रह किया कि वे इस धनराशि का उपयोग उत्पादनशील और आय सृजन करने वाले कार्यों में करें।




