भूसे के कमरे में मिले दुर्लभ चूजे, गिद्ध या उल्लू को लेकर ग्रामीणों में चर्चा
औरैया। उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद के बिधूना तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत नवादा धांधू के मजरा भंडरिया में उस समय कौतूहल का माहौल बन गया, जब एक खेत पर बने भूसे से भरे कमरे में पांच दुर्लभ चूजे मिले। चूजों के मिलने की खबर फैलते ही उन्हें देखने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, भंडरिया निवासी परशुराम वर्मा के खेत पर बने दो कमरों में भूसा भरा हुआ था। जब भूसे की बिक्री के लिए कमरे का दरवाजा खोला गया, तो ऊपर की सतह पर पांच छोटे चूजे बैठे हुए दिखाई दिए। आशंका जताई जा रही है कि किसी पक्षी ने खिड़की या वेंटिलेशन के रास्ते कमरे के भीतर घोंसला बनाकर अंडे दिए होंगे, जिनसे ये चूजे निकले हैं।
गिद्ध या उल्लू? लोगों में बनी रही बहस
दुर्लभ चूजों को देखकर ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। अधिकांश ग्रामीण इन्हें गिद्ध के बच्चे बता रहे थे, जबकि कुछ लोग इन्हें किसी अन्य दुर्लभ पक्षी की संतान मान रहे थे।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मी अवनीश कुमार ने निरीक्षण के बाद बताया कि प्रथम दृष्टया ये चूजे उल्लू की प्रजाति के प्रतीत हो रहे हैं। उन्होंने खेत मालिक सुखदेवी वर्मा को चूजों की देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी और स्पष्ट निर्देश दिए कि चूजों के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ न की जाए।
इलाके में बना चर्चा का विषय
दुर्लभ चूजों की मौजूदगी से पूरा इलाका चर्चा का केंद्र बन गया है। तमाशबीनों की लगातार भीड़ जुट रही है, हालांकि वन विभाग ने लोगों से दूरी बनाए रखने और चूजों की सुरक्षा में सहयोग करने की अपील की है।




