अयोध्या, 5 जून (हि.स.) — श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में श्रीराम दरबार के देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ अवसर रहा। गंगा दशहरा पर्व के दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभिजीत मुहूर्त (सुबह 11:25 से 11:40 बजे तक) में विधिपूर्वक पूजन के बाद श्रीराम दरबार की आरती उतारी। इस पावन अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी और ट्रस्ट सदस्य डॉ. अनिल मिश्र भी मौजूद रहे।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन
- प्रथम तल पर श्रीराम दरबार सहित अष्ट देवालयों में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान यज्ञशाला और मंदिर परिसर के विभिन्न देवालयों में हुआ।
- गर्भगृह में भगवान राम, माता जानकी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमानजी के विग्रह स्थापित किए गए।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में सामूहिक मंत्रोच्चार के साथ विधिपूर्वक प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई।
त्रिदिवसीय समारोह की विशेषताएं
- त्रिदिवसीय समारोह के अंतिम दिन सुबह 6:30 बजे से देवताओं का यज्ञमंडप में पूजन शुरू हुआ, जो करीब दो घंटे चला।
- इसके बाद सुबह 9 बजे से एक घंटे का हवन हुआ।
- केंद्रीयकृत व्यवस्था के तहत सभी देवालयों में एक साथ प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान संपन्न हुआ।
- मंदिरों को कैमरा एवं स्क्रीन के माध्यम से जोड़ा गया था ताकि सभी समारोह एक साथ देखे जा सकें।
अन्य देवालयों में भी प्राण प्रतिष्ठा
- परकोटा के ईशान कोण पर शिव मंदिर
- अग्निकोण में गणेशजी
- दक्षिणी भुजा के मध्य में हनुमानजी
- नैऋत्य कोण में सूर्य देव
- वायव्य कोण में मां भगवती
- परकोटा की उत्तरी भुजा के मध्य में अन्नपूर्णा माता
यह भव्य और पावन समारोह श्रीराम जन्मभूमि के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और अधिक मजबूत करने वाला माना जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर भगवान श्रीराम के प्रति श्रद्धा और भक्ति का भाव प्रकट किया।




