⚠️ चार साल की मेहनत पर पानी!
गुरुग्राम स्थित स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज इन टीचर एजुकेशन में 300 से ज्यादा BA-B.Ed छात्रों का करियर अधर में लटक गया है।
संस्थान ने NCTE (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) से बिना मान्यता लिए ही BA-B.Ed और BSc-B.Ed कोर्स शुरू कर दिए थे।
📚 क्या है BA-B.Ed मामला?
- संस्थान ने 2021 में इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू किए
- BA-B.Ed में 30 सीटें, BSc-B.Ed में 70 सीटें थीं
- छात्रों ने केंद्रीय प्रवेश परीक्षा पास करके दाखिला लिया
- किसी को भी नहीं बताया गया कि कोर्स NCTE से अप्रूव्ड नहीं है
😡 BA-B.Ed छात्रों का आरोप क्या है?
“हमसे यह बात छिपाई गई कि कोर्स को मान्यता नहीं मिली है। अब हमारे पास नौकरी के लिए वैध डिग्री नहीं है।” – आयुष, छात्र
छात्रों का कहना है कि कॉलेज प्रशासन ने भ्रम फैलाया कि हरियाणा में डिग्री मान्य है,
जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह अवैध मानी जाएगी।
🌍 दूर-दराज से आए BA-B.Ed छात्र
- ओडिशा, बिहार, झारखंड जैसे राज्यों से आए छात्र
- सोचा था समय की बचत होगी, अब भविष्य अंधेरे में
- चार साल की पढ़ाई और मेहनत व्यर्थ लग रही है
🏛️ प्रशासन ने भी जताई चिंता, लेकिन कार्रवाई शून्य
- गुरुग्राम यूनिवर्सिटी ने नोटिस जारी कर चिंता जताई
- NCTE की स्वीकृति के बिना कोई शिक्षक नियुक्ति नहीं हो सकती
- कॉलेज प्रशासन सिर्फ पत्राचार कर रहा है, कोई समाधान नहीं
🧑⚖️ क्या कहती है नीति?
- NCTE मान्यता के बिना कोई भी शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स वैध नहीं
- ऐसे छात्रों को टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) तक में बैठने की अनुमति नहीं मिलती
📢 छात्रों की मांग
- सरकार तत्काल मान्यता दिलाने की प्रक्रिया शुरू करे
- या छात्रों को किसी अन्य मान्यता प्राप्त कोर्स में शिफ्ट करने की व्यवस्था हो
- नहीं तो छात्रों ने आंदोलन की चेतावनी दी है