बड़वानी तेंदुआ हमला: आदमखोर मादा पकड़ी गई
मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में 8 वर्षीय बच्चे की मौत और महिला पर हमले के बाद आदमखोर तेंदुआ आखिरकार पिंजरे में कैद हो गया। बड़वानी, इंदौर और पानसेमल की वन विभाग टीम ने मंगलवार सुबह तेंदुए को पकड़कर सुरक्षा सुनिश्चित की।
घटनाक्रम और हमले
बड़वानी तेंदुआ हमला पानसेमल क्षेत्र के मोरतलाई गांव में हुआ। सात साल की वयस्क मादा तेंदुआ लगातार हमले कर रही थी। 17 अगस्त को इंदलपुर गांव में खेल रहे 8 वर्षीय सुभाष पर हमला हुआ, जिसमें उसकी मौत हो गई। इसके बाद सोमवार शाम राजपुर क्षेत्र में चंदू बाई (35) पर हमला किया गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
तेंदुए को पकड़ने की प्रक्रिया
वन विभाग की टीम ने 8 दिन तक तेंदुए की तलाश की। चार कैमरा ट्रैप और तीन पिंजरे लगाए गए। टीम लगातार निगरानी करती रही और अंततः तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया गया। पिंजरा बैलगाड़ी पर रखकर ले जाया गया। मेडिकल जांच के बाद तेंदुए को जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
विशेषज्ञों की राय
डीएफओ आशीष बंसोड़ ने बताया कि यह मादा तेंदुआ अपने शावक के साथ है। स्तनपान कराने वाली मादा अधिक शिकार करती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह तेंदुआ 17 अगस्त की घटना में शामिल अन्य तेंदुए से अलग हो सकता है।
सुरक्षा और जागरूकता
बड़वानी तेंदुआ हमला ने स्थानीय लोगों में डर और सतर्कता बढ़ा दी है। वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और तेंदुओं के नजदीक न जाने की सलाह दी है। इस सफलता से क्षेत्र में वन्य जीवन और मानव सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने में मदद मिली है।