भ्रष्टाचार के आरोप में बागपत नगर पालिका अध्यक्ष पद से हटाए गए राज़ुद्दीन
बागपत, 28 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश शासन ने बागपत नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष राज़ुद्दीन को भू-माफिया को संरक्षण देने, करोड़ों की हेराफेरी और सरकारी जमीनों पर कब्जे जैसे गंभीर आरोपों के बाद पद से हटा दिया है। शासन द्वारा जारी आदेश गुरुवार को जिलाधिकारी के पास पहुंचते ही कार्रवाई लागू कर दी गई। अब नगर पालिका में नामित प्रशासक जिम्मेदारी संभालेंगे।
2023 में भी हुई थी शिकायत
राज़ुद्दीन वर्ष 2023 में लगातार तीसरी बार अध्यक्ष चुने गए थे। अप्रैल 2023 में बागपत गन्ना समिति अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि उन्होंने:
- खाली दुकानों का अवैध आवंटन किया, जिससे 1.39 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
- 739 प्लॉट संपत्ति कर में दर्ज करा दिए, जबकि केवल 39 के कागज मिले।
- सरकारी जमीनों पर कब्जा कराया और स्टांप शुल्क भी जमा नहीं किया।
इन मामलों की जांच एडीएम बागपत ने की और मई 2023 में रिपोर्ट शासन को भेजी गई। नोटिस पर मिले जवाब और दोबारा जांच में सभी आरोप सही पाए गए।
शासन का सख्त आदेश
नगर निकाय विभाग के प्रमुख सचिव पी. गुरु प्रसाद ने राज़ुद्दीन को पालिका निधि का दुरुपयोग, नगर निकाय को नुकसान और हितों के विरुद्ध कार्य करने का दोषी मानते हुए हटाने का आदेश दिया।
अन्य घोटाले भी जांच के दायरे में
राज़ुद्दीन पर और भी कई आरोपों की जांच जारी है, जिनमें शामिल हैं:
- पक्का घाट श्मशान घाट निर्माण में अनियमितता
- कब्रिस्तान की भूमि में इंटरलॉकिंग लगवाकर भू-माफिया को फायदा
- बाहरी क्षेत्रों में सरकारी धन से अवैध कार्य
- सब्जी मंडी में अवैध दुकान निर्माण और आवंटन
जिलाधिकारी का बयान
डीएम अस्मिता लाल ने कहा—
“शासन से राज़ुद्दीन को हटाने के आदेश मिले हैं। आदेश के अनुसार कार्रवाई की जा रही है, और अब प्रशासक नगर पालिका का कार्यभार संभालेंगे।”




