🏗️ बालको विस्तार परियोजना पर न्यायालय का सख्त फैसला
📅 4 अगस्त को आया आदेश
बालको विस्तार परियोजना से प्रभावित 86 परिवारों को अब पुनर्वास मिलेगा।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने कलेक्टर कोरबा को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
🚧 क्या है मामला?
- पिछले 14 वर्षों में बालको ने कोल यार्ड और कूलिंग टॉवर रिहायशी क्षेत्र के पास बनाए।
- 206 परिवारों पर इसका बुरा असर पड़ा, जिनमें शांतिनगर, न्यू शांतिनगर, और रिंग रोड बस्ती शामिल हैं।
😷 सेहत पर पड़ा असर
प्रभावित परिवारों ने बताया कि धूल और प्रदूषण से
बच्चों और बुजुर्गों की तबीयत लगातार बिगड़ रही है।
लोगों को सांस और त्वचा संबंधी बीमारियां हो रही हैं।
🧑⚖️ क्या कहा अदालत ने?
- कलेक्टर कोरबा को पुनर्वास सुनिश्चित करने का आदेश
- बालको को मुआवजा देने का जिम्मेदार ठहराया गया
- लंबित प्रकरणों के जल्द निपटारे के निर्देश
📢 क्या चाहते हैं प्रभावित परिवार?
- उन्हें स्वस्थ और सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास मिले
- बालको को उनकी स्थिति का जिम्मेदार माना जाए
- रोजगार और जीवन सुरक्षा की गारंटी दी जाए