बलिया, 20 जनवरी (हि.स.)। अद्वैत शिवशक्ति परम धाम डूहा बिहरा के संस्थापक, श्रीवनखण्डीनाथ मठ व श्रीनागेश्वरनाथ मठ डूहा बिहरा के अध्यक्ष श्रीईश्वरदास ब्रह्मचारी ‘मौनी’ बाबा के गोलोकगमन के बाद सोमवार को समाधि दी गई। जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए लाखों भक्तों का रेला उमड़ पड़ा।
मौनी बाबा के द्वारा डूहा बिहरा में 108 कुण्डीय कोटि होमात्मक अद्वैत शिवशक्ति राजसूय महायज्ञ का आयोजन किया गया था। जो 11 दिसंबर को शुरू हुआ और 19 जनवरी को सम्पन्न हुआ। 19 जनवरी को लखनऊ में ब्रह्मलीन हुए मौनी बाबा के पार्थिव शरीर को रविवार रात में डूहा बिहरा में उनके मठ में लाया गया। सोमवार सुबह लाखों लोग उन्हें एक बार निहारने के लिए उमड़ पड़े। लोगों की आँखों में आंसू भी दिख रहे थे। वहीं मौनी बाबा के प्रति अपार श्रद्धा और जुटने वाली भीड़ के मद्देनजर डीआईजी आजमगढ़ सुनील सिंह ने एक दिन पहले ही मठ की व्यवस्था देख ली थी। रात में ही भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई थी। सुबह हजारों पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह व जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीयों सहित लाखों लोगों ने पुष्प अर्पित कर मौनी बाबा को श्रद्धांजलि दी। लोगों के बीच चर्चा थी कि मौनी बाबा ने राजसूय यज्ञ आयोजित करने से पहले ही अपने ब्रह्मलीन होने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कह दिया था कि यज्ञ की समाप्ति के साथ मैं भी समाधिष्ट हो जाऊंगा।