🗂️ Balrampur MLA Caste Certificate Case पर आज बड़ा फैसला संभव
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में प्रतापपुर से भाजपा विधायक शकुंतला सिंह पोर्ते के कथित फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले में आज 29 दिसंबर को जिला स्तरीय सत्यापन समिति की सुनवाई होने जा रही है। यह मामला आज एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है, जिस पर पूरे जिले की निगाहें टिकी हुई हैं।
इससे पहले 11 दिसंबर को हुई सुनवाई में समिति ने दस्तावेजों की गहन जांच का हवाला देते हुए निर्णय सुरक्षित रख लिया था। लगातार फैसले में देरी से आदिवासी समाज में भारी नाराज़गी है।
🚧 आदिवासी समाज का अल्टीमेटम
आदिवासी समाज ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि आज भी कोई ठोस फैसला नहीं आया तो जिले में उग्र आंदोलन और चक्का जाम किया जाएगा। 11 दिसंबर को भी चांदो चौक पर प्रदर्शन किया गया था और प्रशासन को चेतावनी दी गई थी कि यह मामला अब और लंबित नहीं होना चाहिए।
अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने भी कहा था कि 29 दिसंबर अंतिम तिथि होनी चाहिए।
📑 क्या है विवाद?
आदिवासी संगठनों का आरोप है कि विधायक शकुंतला पोर्ते ने फर्जी अनुसूचित जनजाति प्रमाणपत्र के आधार पर चुनाव लड़ा। 31 अक्टूबर 2025 को प्रमाणपत्र निरस्तीकरण हेतु आवेदन दिया गया था।
17 नवंबर को विधायक को दस्तावेजों के साथ अंतिम अवसर दिया गया, लेकिन बाद में 27 नवंबर को स्थगन याचिका दाखिल की गई।
⚠️ जिला प्रशासन पर दबाव
आज यदि प्रमाणपत्र निरस्त नहीं हुआ तो कलेक्टर कार्यालय के सामने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पोस्टरों के साथ बड़ा आंदोलन किया जाएगा।




