📍 नई दिल्ली, 05 जून — प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 190 करोड़ रुपये की कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई श्री सिद्धदाता इस्पात प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ की गई।
🏢 जांच का दायरा
ईडी ने दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और पानीपत में 10 स्थानों पर छापेमारी की। ये ठिकाने कंपनी के निदेशकों, प्रमोटरों, साझेदारों, ऑडिटरों और अन्य संबंधित व्यक्तियों से जुड़े हुए हैं। जांच में यह आरोप है कि कंपनी ने बैंक ऑफ बड़ौदा (पूर्व में देना बैंक) से धोखाधड़ी करते हुए लगभग 190 करोड़ रुपये का ऋण गबन किया।
🔍 जांच का फोकस
ईडी की कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, कंपनी के प्रमोटर्स और शीर्ष प्रबंधन के अधिकारी जांच के घेरे में हैं।
🏭 कंपनी का प्रोफाइल
श्री सिद्धदाता इस्पात प्राइवेट लिमिटेड एक स्टील उत्पाद निर्माण कंपनी है। हालांकि, ईडी की कार्रवाई पर कंपनी के किसी प्रमोटर या निदेशक की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
⚖️ आगे की प्रक्रिया
ईडी ने विभिन्न दस्तावेज, डिजिटल डेटा और लेनदेन संबंधी साक्ष्य जब्त किए हैं। एजेंसी अब इन साक्ष्यों के आधार पर मनी ट्रेल और अन्य संदिग्ध लेनदेन की जांच करेगी।
यह छापेमारी वित्तीय अनियमितताओं के विरुद्ध केंद्र सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा मानी जा रही है।