बस्तर ओलंपिक: खेल और विकास का संगम
रायपुर, 12 सितंबर: छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा ने बस्तर ओलंपिक की तैयारियों की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री अरुण साव के नवा रायपुर स्थित निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी वृहद आयोजन करने की रूपरेखा और व्यवस्थागत तैयारियों पर गहन चर्चा की गई।
तैयारी और आयोजन
आगामी अक्टूबर-नवम्बर में बस्तर ओलंपिक तीन स्तरों – विकासखंड, जिला और संभाग – पर आयोजित किया जाएगा। इस बार बस्तर संभाग के सातों जिलों और 32 विकासखंडों के 40 हजार से अधिक खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। खेल और युवा कल्याण विभाग के सचिव यशवंत कुमार, संयुक्त सचिव सुखनाथ अहिरवार और संचालक तनूजा सलाम भी बैठक में शामिल हुए।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बस्तर ओलंपिक केवल खेलों का आयोजन नहीं है, बल्कि विकास और खेल का संगम है। यह युवाओं के सशक्तिकरण और नेतृत्व विकास की पहल है। उन्होंने आयोजन के ध्येय वाक्य ‘करसाय ता बस्तर बरसाय ता बस्तर’ (खेलेगा बस्तर जीतेगा बस्तर) को धरातल पर उतारने के निर्देश दिए।
खिलाड़ियों की भागीदारी और जिम्मेदारियां
उप मुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री विजय शर्मा ने सभी विभागों को आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाने और ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बस्तर ओलंपिक का व्यापक प्रचार-प्रसार करने और सभी बच्चों को खेलों से जोड़ने पर जोर दिया।
खेलों की सूची
बस्तर ओलंपिक में कुल 11 खेलों की स्पर्धाएं होंगी:
- एथलेटिक्स
- तीरंदाजी
- बैडमिंटन
- फुटबॉल
- हॉकी
- वेटलिफ्टिंग
- कराटे
- कबड्डी
- खो-खो
- वॉलीबॉल
- रस्साखींच
जूनियर और सीनियर वर्ग में लड़के, लड़कियां, पुरुष और महिलाएं भाग लेंगी। नक्सल हिंसा के दिव्यांग और आत्मसमर्पित नक्सली भी संभाग स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाएंगे।