माता शैलपुत्री: नवरात्रि की शुरुआत
- नवरात्रि का पहला दिन माता शैलपुत्री को समर्पित है। Shailputri Aarti सुख-शांति लाती है।
- हिमालय की पुत्री माता शैलपुत्री साहस और स्थिरता की प्रतीक हैं। खीर भोग चढ़ाएं।
- Navratri puja में उनकी पूजा से जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि आती है।
Shailputri Aarti की विधि और महत्व
Shailputri Aarti गाकर नवरात्रि की शुरुआत करें। यह मन को शुद्ध करता है।
- सुबह स्नान करें, मंदिर को फूलों से सजाएं।
- माता को सफेद फूल और खीर भोग अर्पित करें।
- Shailputri Aarti के साथ मंत्र उच्चारण करें।
इस पूजा से भक्तों को साहस और शांति मिलती है। Navratri puja शुरू करें!
खीर भोग: माता का प्रिय प्रसाद
- माता शैलपुत्री को गाय के दूध की खीर अति प्रिय है। खीर भोग चढ़ाएं।
- खीर बनाने के लिए गाय का दूध, चावल, और चीनी का उपयोग करें।
- दूध को उबालकर चावल डालें, धीमी आंच पर पकाएं।
- चीनी और इलायची मिलाकर स्वादिष्ट खीर तैयार करें।
- माता को भोग लगाएं, प्रसाद वितरित करें।
यह भोग समृद्धि और सुख का प्रतीक है। Navratri puja में शामिल करें।
माता शैलपुत्री का स्वरूप और शक्ति
- माता शैलपुत्री वृषारूढ़ा हैं, उनके हाथ में त्रिशूल और कमल है।
- उनके अन्य नाम उमा, हेमवती, और पार्वती हैं। Shailputri Aarti से आशीर्वाद पाएं।
- मान्यता है कि उनकी पूजा से नकारात्मकता दूर होती है। Navratri puja करें।
- 22 सितंबर 2025 को घटस्थापना के साथ उनकी पूजा शुरू करें।
- सफेद रंग के वस्त्र पहनें, क्योंकि यह माता को प्रिय है।
नवरात्रि पूजा के लाभ
Navratri puja जीवन में सकारात्मकता और शक्ति लाती है। Shailputri Aarti विशेष है।
- मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ता है।
- परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
- नकारात्मक ऊर्जा और बाधाएं दूर होती हैं।
माता शैलपुत्री की कृपा से भक्तों का जीवन खुशहाल बनता है।
खीर भोग और Shailputri Aarti से नवरात्रि को यादगार बनाएं।
मंत्र और पूजा की तैयारी
नवरात्रि के पहले दिन मंत्र जाप करें:
वन्दे वांछितलाभाय, चंद्रार्धकृतशेखराम। वृषारूढ़ां शूलधरां, शैलपुत्रीं यशस्विनीम।
- पूजा स्थल को स्वच्छ रखें, दीप जलाएं।
- माता की मूर्ति पर सफेद चंदन लगाएं।
- खीर भोग के साथ फल और मिठाई चढ़ाएं।
Aarti गाकर माता का आशीर्वाद प्राप्त करें।
नवरात्रि 2025 में इस पूजा से जीवन को समृद्ध करें।

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Shailputri Aarti में सफेद रंग का महत्व
- माता शैलपुत्री को सफेद रंग प्रिय है। Navratri puja में सफेद वस्त्र पहनें।
- सफेद फूल, जैसे चमेली, माता को अर्पित करें। खीर भोग विशेष रूप से चढ़ाएं।
- सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक है। पूजा में इसे शामिल करें।
- Aarti के साथ माता की कृपा प्राप्त करें।
- नवरात्रि के पहले दिन इस विधि से पूजा करें।
नवरात्रि 2025 की शुरुआत – Shailputri Aarti के साथ
- 22 सितंबर से नवरात्रि शुरू हो रही है। Navratri puja के लिए तैयार रहें।
- घटस्थापना के साथ माता शैलपुत्री की पूजा करें। Shailputri Aarti गाएं।
- खीर भोग और सफेद फूलों से माता को प्रसन्न करें।
- यह नवरात्रि आपके जीवन में सुख-शांति लाए। अभी शुरू करें!