भीलवाड़ा, 10 मार्च (हि.स.)। हाल ही में भीलवाड़ा के कैफे कांड और बिजयनगर (ब्यावर) में हुई गैंगरेप की घटनाओं के विरोध में संत समाज के आह्वान पर सोमवार को भीलवाड़ा बंद रखा गया। शहर में यह बंद शाम पांच बजे तक प्रभावी रहेगा। शहर के व्यापारियों, मेडिकल एसोसिएशन, इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, बार एसोसिएशन और प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन सहित कई संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया है। भीलवाड़ा में इस बंद के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ, लेकिन इसे व्यापारी और सामाजिक संगठनों का व्यापक समर्थन मिला। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि प्रशासन इन जघन्य घटनाओं पर क्या कदम उठाता है।
बंद के कारण शहर के प्रमुख बाजार पूरी तरह से बंद रहे। व्यापारियों ने भी इस विरोध में अपनी दुकानें नहीं खोलीं। सुबह 9 बजे से ही बंद समर्थकों की टोलियां शहरभर में घूमकर दुकानों को बंद करवाने की अपील कर रही थीं। टू-व्हीलर पर सवार प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए लोगों से सहयोग की अपील कर रहे थे।
सुबह दूधाधारी गोपाल मंदिर से महाआक्रोश रैली निकाली गई। यह रैली शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए बजरंगी चैराहे पर पहुंची, जहां दोपहर 2 बजे महाआक्रोश सभा का आयोजन किया गया। सभा में लव जिहाद, गैंगरेप और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। सूचना केंद्र चौराहे पर होने वाली इस सभा को लेकर व्यापक तैयारियां की गई थीं।
शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क रहा। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया।
एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि शहर के प्रमुख चौराहों पर फिक्स पॉइंट बनाए गए हैं और अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है। इसके अलावा वज्र वाहन, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को भी अलर्ट पर रखा गया है।
बंद को प्रभावी बनाने के लिए शहर में सात प्रमुख पाइंट तय किए गए थे, जहां संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे। इनमें नीलकंठ महादेव मंदिर शास्त्री नगर, दूधाधारी गोपाल मंदिर सांगानेरी गेट, टेम्पो स्टैंड सांगानेर, खेड़ा खुट मंदिर संजय कॉलोनी, छोटी पुलिया चौराहा सुभाष नगर, मालोला चौराहा, कुंभा सर्किल और पांसल चैराहा शामिल हैं।
बंद के समर्थन में जिला मेडिकल एसोसिएशन, कृषि मंडी, इंडस्ट्री एसोसिएशन, जिला बार एसोसिएशन और व्यापारी संगठन आगे आए। इसके अलावा भारतीय मजदूर संघ की जिला इकाई और प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने भी बंद का समर्थन किया।
एसपी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। शहर के सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और संवेदनशील इलाकों की कड़ी निगरानी की जा रही है।