🕊️ भीमा नायक को बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को जनजातीय गौरव और स्वतंत्रता सेनानी भीमा नायक की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। हर वर्ष 29 दिसंबर को भीमा नायक का बलिदान दिवस मनाया जाता है।
भीमा नायक को निमाड़ क्षेत्र का “रॉबिनहुड” कहा जाता है। वे ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष करने वाले महान आदिवासी योद्धा थे, जिन्होंने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से लेकर अंडमान के पोर्ट ब्लेयर में अपने बलिदान तक मातृभूमि की सेवा की।
🧡 मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा—
“जनजातीय गौरव, मां भारती के सपूत, स्वतंत्रता सेनानी श्रद्धेय भीमा नायक जी के बलिदान दिवस पर उनके चरणों में प्रणाम करता हूं। मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए राष्ट्रीय चेतना जागृत करने हेतु 1857 के संग्राम से लेकर पोर्ट ब्लेयर में बलिदान देने तक योगदान के लिए देश आपका ऋणी रहेगा।”
🏹 आदिवासी स्वाभिमान के प्रतीक
भीमा नायक ने अंग्रेजी शासन के अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और आदिवासी समाज को संगठित कर संघर्ष का मार्ग दिखाया। उनका जीवन त्याग, साहस और स्वाधीनता का प्रतीक है।
🌿 निमाड़ की धरती का गौरव
मध्य प्रदेश के निमाड़ क्षेत्र में भीमा नायक को आज भी लोकनायक के रूप में स्मरण किया जाता है। उनका संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।
👉 बलिदान दिवस हमें यह याद दिलाता है कि भारत की आज़ादी में आदिवासी नायकों का योगदान भी उतना ही महत्वपूर्ण रहा है जितना किसी भी अन्य स्वतंत्रता सेनानी का।




