भोपाल गैस त्रासदी की बरसी पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम
भोपाल, 2 दिसंबर (हि.स.)। दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक आपदाओं में से एक भोपाल गैस त्रासदी की 41वीं बरसी पर इस वर्ष भी शांति और श्रद्धांजलि का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। तीन दिसंबर को सुबह 10:30 बजे बरकतउल्ला भवन (सेंट्रल लाइब्रेरी) में सर्वधर्म प्रार्थना सभा होगी। इस कार्यक्रम में गैस राहत मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह शामिल होंगे।
सर्वधर्म प्रार्थना सभा में होगा शांतिपाठ
कार्यक्रम में विभिन्न धर्मगुरु धर्मग्रंथों का पाठ करेंगे और गैस त्रासदी में दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करेंगे। यह कार्यक्रम सुबह 11:30 बजे तक चलेगा। प्रशासनिक अधिकारियों, सामाजिक संगठनों और गैस पीड़ित परिवारों के उपस्थिति रहने की संभावना है।
इतिहास की सबसे बड़ी औद्योगिक आपदाओं में एक
भोपाल गैस त्रासदी 2-3 दिसंबर 1984 की रात हुई थी, जब यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के प्लांट से मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) गैस का भारी रिसाव हुआ।
- 2,159 लोगों की तत्काल मौत हुई।
- दो सप्ताह में लगभग 8,000 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई।
- विभिन्न बीमारियों से लगभग 8,000 और लोगों की मौत बाद में हुई।
कुल मिलाकर 16,000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा बैठे और लगभग 5 लाख लोग प्रभावित हुए। हजारों लोग आज भी श्वसन रोग, आँखों की समस्याओं, त्वचा रोग और अन्य जटिलताओं से पीड़ित हैं।
आज भी यादों में ज़िंदा है वह काली रात
MIC गैस का लगभग 45–60 मिनट में करीब 30 टन का रिसाव हुआ जिसने भोपाल शहर को मौत की चादर में ढँक दिया। सड़कें, घर और अस्पताल मृतकों और बेहोश लोगों से भर गए। यह दुर्घटना न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के औद्योगिक सुरक्षा मानकों के लिए एक चेतावनी बन गई।
सरकार और समाज दोनों का आयोजन में योगदान
हर वर्ष की तरह इस बार भी बरसी पर शांति पाठ, श्रद्धांजलि और जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उद्देश्य है— उन सभी लोगों को याद करना जिन्होंने अपनी जान गंवाई और उन परिवारों की पीड़ा को सम्मान देना जो आज भी इस त्रासदी के दंश को झेल रहे हैं।




