बीएचयू में शुरू होगा भारत-जापान उच्च स्तरीय अधिवेशन
वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में शुक्रवार, 14 नवंबर से त्रिदिवसीय भारत-जापान उच्च स्तरीय शैक्षिक अधिवेशन शुरू होने जा रहा है। यह आयोजन विज्ञान संस्थान के भौतिकी विभाग और मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
शिक्षा, अनुसंधान और संस्कृति पर व्यापक चर्चा
अधिवेशन में भारत और जापान के बीच शिक्षा, अनुसंधान, संस्कृति, दार्शनिक धारणाओं और मूल्य-आधारित शिक्षण पर चर्चा होगी।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. कुँवर अलकेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों देशों के प्रतिष्ठित शिक्षाविद्, शोधकर्ता, नीति-निर्माता और संस्थागत प्रतिनिधि इसमें भाग लेंगे।
उन्होंने कहा कि अधिवेशन का लक्ष्य उच्च शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण, संयुक्त शोध परियोजनाओं, छात्र-शिक्षक विनिमय कार्यक्रम, नवाचार आधारित शिक्षण-पद्धतियों और कौशल-केंद्रित शैक्षिक मॉडल पर रणनीतिक संवाद को बढ़ावा देना है।
तीन दिनों के सत्रों का थीम
अधिवेशन को तीन विशेष थीम-आधारित दिनों में विभाजित किया गया है—
पहला दिन (14 नवंबर)
विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी, कला और गणित (STEAM) पर केंद्रित चर्चा होगी।
दूसरा दिन
उच्च शिक्षा, शोध एवं नवाचार सहयोग पर संवाद आयोजित किया जाएगा।
तीसरा दिन
सांस्कृतिक परंपराओं, दार्शनिक दृष्टिकोण, युवा आदान-प्रदान कार्यक्रमों और नए अवसरों पर विचार-विमर्श होगा।
भारत-जापान संबंधों को नई दिशा
डॉ. सिंह ने कहा कि यह अधिवेशन दोनों देशों के बीच शैक्षिक और सांस्कृतिक संबंधों को नई ऊर्जा देगा।
साथ ही आधुनिक वैश्विक संदर्भ में दीर्घकालिक सहयोग की संभावनाओं को भी मजबूत करेगा।




