अररिया 23 जनवरी(हि.स.)।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128 वीं जयंती बिहार बंगाली समिति की ओर से फारबिसगंज सुभाष चौक स्थित आदमकद प्रतिमा के पास मनाई गई। मौके पर विधायक विद्यासागर उर्फ मंचन केशरी, मुख्य पार्षद वीणा देवी समेत शाखा के सभी अधिकारी व सदस्यों ने गुरुवार को सुभाष चौक पर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए विधायक ने कहा की महान क्रान्तिकारी एवं स्वतंत्रता सेनानी नेताजी का जन्म उड़ीसा के कटक में 23 जनवरी 1897 को हुआ था। सन् 1919 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद वे आईसीएस की परीक्षा में भाग लेने के लिए इंगलैंड गए और परीक्षा में उत्तीर्ण होने के साथ चौथा स्थान भी प्राप्त किया। जबकि 1921 में इन्होंने अंग्रेजों की नौकरी से इस्तीफा दे दिया। बताया कि 1942 में इन्होंने आजाद हिन्द फौज की स्थापना की और अस्थाई स्वतंत्र सरकार की स्थापना कर आजादी प्राप्त करने के संकल्प को साकार किया। तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा यह उनका प्रसिद्ध नारा था। जय हिन्दू जैसे नारों से वे देश के लाखों क्रांतिकारियों के दिलों की धड़कन बने।
इस मौके पर विधायक,मुख्य पार्षद के अलावे सचिव डॉ एस के लाहा, तमाल सेन, कोषाध्यक्ष प्रसेनजीत चौधरी, सुब्रतो मुखर्जी, शिवानी सिंह, विश्वजीत चौधरी, कंचन विश्वास, मनोज साह, ललन कर्मकार, अश्विनी वर्मा, दीपक राम,मिथिलेश तिवारी सहित अन्य मौजूद थे।