सोनीपत, 17 मार्च (हि.स.)। भारतीय
जनता पार्टी (भाजपा) ने हरियाणा में अपनी संगठनात्मक संरचना को मजबूत करते हुए सोनीपत
जिले में पहली बार दो जिला अध्यक्ष नियुक्त किए हैं। सोनीपत जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों
को दो हिस्सों में बांटा गया है, जिसमें तीन क्षेत्रों को सोनीपत और तीन को गोहाना
से जोड़ा गया है। सोनीपत की कमान अशोक भारद्वाज को सौंपी गई है, जबकि गोहाना के लिए
बिजेंद्र मलिक को जिला अध्यक्ष बनाया गया है। यह निर्णय भाजपा की नई रणनीति का हिस्सा
माना जा रहा है।
अशोक
भारद्वाज को सोनीपत भाजपा का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कुंडली नगर पालिका
के वाइस चेयरमैन रहे भारद्वाज वर्ष 2012 से भाजपा के साथ जुड़े हैं और संगठन में सक्रिय
भूमिका निभाते रहे हैं। वे नाहरी मंडल के दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्हें भाजपा
के प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली का करीबी माना जाता है, जिसका लाभ उन्हें यह पद प्राप्त
करने में मिला है। भारद्वाज के नेतृत्व में सोनीपत भाजपा ने वरिष्ठ नेताओं, निर्वाचित
जनप्रतिनिधियों और संगठन के पदाधिकारियों की बैठक भी बुलाई है। अशोक
भारद्वाज कुंडली के निवासी हैं। उनके पिता दिल्ली पुलिस से सेवानिवृत्त हैं। राजनीति
में उनकी शुरुआत 2012 में हुई और परिवार में उनसे पहले कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं
रही है। वे विवाहित हैं और उनके तीन बच्चे हैं। उनका एक भाई मोबाइल शॉप चलाता है।
बिजेंद्र मलिक: गोहाना के पहले जिलाध्यक्ष,
धनखड़ के समर्थक
बिजेंद्र
मलिक को गोहाना का पहला जिला अध्यक्ष बनाया गया है। मल्ला माजरा गांव के निवासी बिजेंद्र
मलिक जिला परिषद के वाइस चेयरमैन रह चुके हैं और पहले जिला पार्षद की भूमिका भी निभा
चुके हैं। उन्हें भाजपा नेता ओपी धनखड़ का करीबी माना जाता है। गोहाना को अलग जिला
अध्यक्ष देने का फैसला सोनीपत जिले में संगठन को और मजबूत करने की दिशा में उठाया गया
कदम है। हरियाणा
भाजपा ने सभी जिलों के अध्यक्षों की सूची जारी कर दी है, जिसमें सोनीपत जिले को विशेष
रूप से दो हिस्सों में बांटकर नया प्रयोग किया गया है। यह कदम क्षेत्रीय नेतृत्व को
बढ़ावा देने और स्थानीय स्तर पर संगठन को सशक्त बनाने की ओर इशारा करता है। अशोक भारद्वाज
और बिजेंद्र मलिक की नियुक्ति से पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है।