गांदरबल, 21 मार्च (हि.स.)। मध्य कश्मीर के गांदरबल में पूर्व विधायक और भाजपा नेता फकीर मोहम्मद खान को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। शुक्रवार को अंतिम संस्कार में कई नेताओं सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए। खान ने गुरुवार को श्रीनगर के तुलसी बाग में अपने आधिकारिक आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
गुरेज घाटी के तुलैल इलाके से ताल्लुक रखने वाले खान ने राजनीतिक यात्रा में कई बार अपनी पार्टी बदली, लेकिन चुनावी लड़ाई से कभी पीछे नहीं हटे। उन्होंने 1996 में गुरेज से निर्दलीय के तौर पर जीत हासिल की। बाद में 2008 और 2014 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े, लेकिन हार गए और आखिरकार 2020 में भाजपा में शामिल हो गए। पिछले साल एक दशक के बाद जब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए तो भाजपा ने उन्हें सबसे बेहतर उम्मीदवार के तौर पर देखा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं ने गुरेज में प्रचार किया, लेकिन जोरदार प्रचार के बावजूद खान नेशनल कॉन्फ्रेंस के नजीर खान गुरेजी से 1,100 से अधिक मतों से हार गए। उनके साथ मिलकर काम करने वाले एक भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने पार्टी की उम्मीदों को ऐसी जगह पहुंचाया, जहां जीतना कभी आसान नहीं था। क्षेत्र के एक बुजुर्ग मोहम्मद यूसुफ ने कहा कि वह हमेशा हमारे बीच थे, चाहे हमने उन्हें वोट दिया हो या नहीं। उन्होंने ऐसी लड़ाइयां लड़ीं, जिनकी हिम्मत ज़्यादातर लोग नहीं कर पाते। एक वरिष्ठ राजनेता ने कहा कि खान को हमेशा कश्मीर में भाजपा के पुल के रूप में देखा जाता था।