बीएसएफ उत्तर बंगाल ने आयोजित किया “प्रेस से मिलिए” कार्यक्रम
सिलीगुड़ी, 04 दिसंबर। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) उत्तर बंगाल फ्रंटियर ने मंगलवार को कदमतला में “प्रेस से मिलिए” कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर महानिरीक्षक (IG) मुकेश त्यागी ने मीडिया प्रतिनिधियों से विस्तृत बातचीत की और भारत–बांग्लादेश सीमा की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों और सुरक्षा प्रयासों पर महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं।
कठिन भौगोलिक क्षेत्र में 24×7 चौकसी
महानिरीक्षक त्यागी ने बताया कि उत्तर बंगाल फ्रंटियर का भूभाग अत्यंत जटिल है—यहां तेज़ बहाव वाली नदियां, घने जंगल, चाय बागान और सीमा पार जुड़ी आबादी मौजूद है। ऐसे इलाके में सीमा की निगरानी के लिए उच्च स्तर की सतर्कता और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय बेहद ज़रूरी है।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ आधुनिक तकनीक, सेंसर आधारित सुरक्षा प्रणाली, हाईटेक कैमरों और गहन रात्रि गश्त के जरिए सीमा पर अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए लगातार प्रयासरत है।
तस्करी पर कड़ा प्रहार
IG त्यागी ने बताया कि मवेशियों की तस्करी, सोने की तस्करी, नशीली दवाओं और प्रतिबंधित वस्तुओं की अवैध आवाजाही रोकना इस क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। बीएसएफ ने इस वर्ष कई बड़ी तस्करी विरोधी सफलताएं दर्ज की हैं।
उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि सीमा को सुरक्षित रखते हुए मानव तस्करी और अवैध व्यापार की हर गतिविधि पर पूरी तरह रोक लगे।”
सीमावर्ती गांवों में जनसंपर्क पहल
बीएसएफ की जनकल्याण गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए IG ने बताया कि सीमावर्ती इलाकों में मेडिकल शिविर, खेल प्रतियोगिताएं, युवा संवाद कार्यक्रम और नागरिक सहायता योजनाएं नियमित रूप से चलाई जाती हैं।
उन्होंने कहा कि “बीएसएफ सिर्फ सीमा की रक्षा ही नहीं करती, बल्कि सीमावर्ती समुदायों के विकास में भी सहयोग करती है।”
मीडिया को धन्यवाद
अंत में महानिरीक्षक मुकेश त्यागी ने मीडिया को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि “जीवन पर्यंत कर्तव्य” के मंत्र के साथ बीएसएफ हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।




