प्रयागराज, 31 मार्च (हि.स.)। जल संचय जन भागीदारी जन जागरूकता की त्रिवेणी से प्रेरित यह अभियान देशभर में जल संरक्षण की अलख जगा रहा है। यह बात सोमवार को नमामि गंगे के तत्वावधान में गंगा पखवाड़ा के तहत प्रयागराज में संगम तट पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए नमामि गंगे संयोजक राजेश शर्मा ने कहा।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग अच्छा सोचते हैं,कुछ लोग अच्छा करते हैं,लेकिन हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे नेता हैं जो न केवल दूरदृष्टि से सोचते हैं,बल्कि उसे धरातल पर उतार कर असंभव को संभव कर दिखाते हैं, उनकी दूरदर्शिता और कार्यशक्ति के कई प्रत्यक्ष प्रमाण है। कैंच द रैन अभियान एक सशक्त जन – आंदोलन का रूप ले चुका है,गंगा जल हमारी संस्कृति घरोवर है, इसे स्वच्छ और अविरल बनाए रखने की जिम्मेदारी सभी की है। स्वच्छ गंगा कोष में आपका सहयोग न केवल नदी के पुनरुद्धार में सहायक है,बल्कि यह गंगा के प्रति आपकी आस्था और समर्पण का प्रतीक भी है, प्रमुख संगठन और नागरिक अपनी पेंशन तक से योगदान देकर इस पवित्र अभियान को बल दे रहे हैं, जिसमे आप सभी इस पुण्य कार्य में सहभागी बनें,धारा अस्सीजी के तहत सौ प्रतिशत आयकर छूट का लाभ उठाएँ।
नमामि गंगे के तत्वावधान में संगम तट पर संयोजक राजेश शर्मा के साथ पर्यटकों ने श्रद्धा के साथ गंगा स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया,जिससे जल संचय जन भागीदारी जन जागरूकता की त्रिवेणी से प्रेरित यह अभियान देशभर में जल संरक्षण की अलख जगा रहा है।
श्री शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए आये हुए पर्यटकों को बृहद वृक्षारोपण करने की अपील किया, जिससे गर्मी की धूप में इंसान और जानवरों को पेड़ो की छाव नसीब हो,बृहद वृक्षारोपण से शुद्ध वातावरण एवं जल संरक्षण में समस्त लोग धरती पर उपकार करे, इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी नमामि गंगे विभाग, गंगा विचार मंच, माँ गंगा सेवा समिति प्रयागराज के सचिव रंजन शर्मा, अर्जुन शर्मा, मुकेश एवं नगर गंगा समिति सदस्य माैजूद रहे।